दीपावली अमूर्त विश्व धरोहर: यूनेस्को की सूची में शामिल, 10,000 'श्रद्धा के दीप' से भव्य दीपोत्सव
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद, यूनेस्को ने दीपावली को अमूर्त सांस्कृतिक विश्व धरोहर सूची में शामिल किया। इस अवसर पर बरेली में नगर निगम और दैनिक ...और पढ़ें
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पटेल चौक पर दीप जलाती स्वच्छ भारत मिशन की टीम
जागरण संवाददाता, बरेली। 22 जनवरी 2024 का वह दिन...जब अभिजित मुहूर्त में रामलला अपनी जन्मभूमि पर बने भव्य-दिव्य घर में विराजमान हो गए। अद्भुत, अभूतपूर्व, अविस्मरणीय और भाव विह्वल कर देने वाला क्षण पाकर चर्तुदिक राम नाम की गूंज हो उठी। उस दिन हर ओर दीपावली मनाई गई।

त्रिलोक के स्वामी अयोध्यापति के भव्य-दिव्य मंदिर निर्माण के बाद बुधवार को एक बार फिर नवभारत की अमृत गाथा लिख रही अवधपुरी के साथ समूचा राष्ट्र गौरान्वित हो उठा। त्रिलोक के स्वामी प्रभु श्रीराम के 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौटने की खुशी में मनाए जाने वाले दीपावली महोत्सव यूनेस्को ने बुधवार को अमूर्त सांस्कृतिक विश्व धरोहर सूची में शामिल कर लिया।

विश्व के असंख्य लोगों के आस्था और श्रद्धा को समेटे दीपोत्सव के विश्व धरोहर में शामिल किए जाने पर नाथनगरी बरेली भी हर्ष-उल्लास में डूब उठा। इस अवसर पर नगर निगम और दैनिक जागरण ने भव्य-दीपोत्सव का आयोजन किया। शहर के प्रमुख चौराहों-तिराहों के साथ मंदिरों और घरों में दीये जलाकर भगवान श्रीराम की जयकार की गई।

नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य की अगुआई में अपर नगर आयुक्त शशि भूषण राय, संयुक्त नगर आयुक्त मयंक यादव, एक्सईएन राजीव कुमार राठी ने स्वच्छ भारत मिशन की टीम और स्थानीय बच्चों के साथ दीये जलाए। सरदार पटेल चौक, चौकी चौराहा, आदिनाथ चौराहा एवं अन्य स्थानों दीये से रोशन करने के साथ रंगोली, संदेश-लेखन के माध्यम से समूचे नाथनगरी को उत्सवी बना दिया।

जय श्रीराम के उद्घोष के साथ 10,000 दीये से जगमग हुए चौराहे
सांस्कृतिक विरासत संरक्षण एवं सामुदायिक सहभागिता का उत्कृष्ट उदाहरण बुधवार को देखने को मिला। पटेल चौक, आदिनाथ चौक और चौकी चौराहा पर दस हजार से अधिक दीये जलाकर हर कोई हर्षित नजर आया। अपनी संस्कृति की विश्व धरोहर में शामिल किए जाने पर हर कोई गौरान्वित महसूस करता दिखा।

व्यापारियों ने भी फोड़े पटाखे
पटेल चौक के पास आयोजित आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम के अवसर पर रविकुमार अग्रवाल ज्वैलर्स प्रतिष्ठान पर वैश्य महासम्मेलन संगठन के कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर प्रसन्नता जताई।

इस अवसर पर मयूरेश अग्रवाल ने कहा कि दीपोत्सव को विश्व पटल पर प्रमाणिक पहचान मिली है। हमारा सनातन धर्म सदैव पूरे विश्व को दिशा देता रहा है। हमारे पर्व-त्योहार समभाव एवं समरता का संदेश देते हैं। आतिशबाजी एवं मिष्ठान वितरण के बाद संगठन के कार्यकर्ताओं ने पटेल चौक पर पहुंचकर दीपदान भी किया।
प्रभु श्रीराम इस राष्ट्र के प्राण तत्व हैं। वह शाश्वत-सनातन-नित्य नूतन हैं। भारत की संस्कृति और परंपराएं विश्व को उज्ज्वलित करने की क्षमता रखती हैं। हम सभी को अपने विरासत पर गर्व है। यूनेस्को द्वारा दीपावली को विश्व धरोहर में शामिल किया जाना हर्ष का विषय है।
- संजीव कुमार मौर्य, नगर आयुक्त
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