'माफ नहीं करेंगे...', एनकाउंटर से बौखलाए गोल्डी बराड़ गिरोह ने पुलिस को धमकाया; कही ये बातें
बरेली में दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वाले अरुण व रविंद्र के एनकाउंटर में मारे जाने पर गोल्डी बराड़-रोहित गोदारा गिरोह ने धमकी दी है। रोहित गोदारा ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर पुलिस को धमकी दी है और एनकाउंटर को बड़ी क्षति बताया है। उसने कहा कि इसके जिम्मेदार लोगों को माफ नहीं किया जाएगा चाहे वे कितने भी शक्तिशाली क्यों न हों।

जागरण संवाददाता, बरेली। बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वाले शूटर अरुण व रविंद्र के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद गोल्डी बराड़-रोहित गोदारा गिरोह बौखला गया है। गुरुवार को रोहित गोदारा नाम से इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित पोस्ट में पुलिस को धमकी भरे शब्द भी थे। उसमें लिखा कि एनकाउंटर हमारे जीवन की बड़ी क्षति है। हम ऐसा काम कर सकते हैं, जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती। इसमें जिसका भी हाथ है, वो चाहें कितना भी पैसे-पावर वाला हो, उसे माफी नहीं है... वक्त लग सकता है।
उसने उकसाने भरे शब्द लिखे कि सनातन के नाम पर सिर्फ रोटियां सेकी जा रही हैं, जो आवाज उठाए उसे मार दिया जाता है। यह इंसाफ नहीं है। पोस्ट में अरुण व रविंद्र के एनकाउंटर को धर्म के लिए बलिदान बताया गया।इससे पहले 12 सितंबर को इंटरनेट मीडिया पर गोल्डी बराड़ गिरोह की पोस्ट साबित कर रही थी कि दिशा पाटनी के घर फायरिंग के बहाने वह बालीवुड में डर फैलाना चाहता था। उस दिन फेसबुक पर लिखा गया कि बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर फायरिंग हमने कराई। यह संदेश फिल्म जगत के लिए भी है कि हमारे धर्म-संतों पर अपमानजनक हरकत की तो परिणाम भुगतना होगा...।
वह पिछले वर्ष मुंबई में सलमान खान के बंगले के बाहर फायरिंग के दौरान लारेंस बिश्नोई गिरोह के लिए काम करता था। कुछ समय पहले लारेंस से अलग होने के बाद गोल्डी बराड़ गिरोह ने डर फैलाना चाहा, मगर बुधवार को पुलिस ने उसके शूटर्स अरुण व रविंद्र को ढेर कर करारा जवाब दे दिया। पुलिस अधिकारी मानते हैं कि गोल्डी बराड़-रोहित गोदारा गिरोह ने खुद को चर्चा में लाने के लिए दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग कराई। जुलाई में कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के लिव इन रिलेशन वाले बयान के विरुद्ध दिशा पाटनी की बहन रिटायर्ड मेजर खुशबू ने वीडियो जारी किया था। गोल्डी गिरोह ने इसे संत व सनातन के अपमान से जोड़कर 11 और 12 सितंबर को दिशा पाटनी के घर फायरिंग कराई थी।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि गिरोह का शूटर रविंद्र, अरुण, नकुल व विजय छह सितंबर को शहर में आ गया था। उस समय शिक्षक अर्हता परीक्षा के अभ्यर्थियों की भीड़ में चारों ने फर्जी आधार कार्ड दिखाकर होटलों में कमरे लिए थे। इसके बाद चारों ने कई बार होटल बदले। 11 सितंबर की सुबह चार बजे नकुल व विजय दिशा पाटनी के घर फायरिंग कर बागपत की नंबर प्लेट वाली स्पलेंडर बाइक से दिल्ली की ओर भागा। 11 सितंबर वाली फायरिंग की चर्चा नहीं हुई इसलिए 12 सितंबर को अरुण व रविंद्र ने दिशा के फायरिंग कर दहशत फैलाई, फिर दिल्ली नंबर की अपाचे से भाग गया। शूटर्स ने चार होटलों में फर्जी आधार कार्ड दिखाए थे। कुछ में नाम सही, मगर पता गलत था। कुछ फर्जी आधार कार्ड निशांत, रामनिवास, सागर और अमित नाम के लगाए गए, मगर फोटो शूटर्स के थे।
अब नकुल व विजय की तलाश में पुलिस
अरुण व रविंद्र के मारे जाने के बाद नकुल व विजय की तलाश की जा रही है। अरुण व रविंद्र की तरह उन दोनों पर भी एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया जा चुका। आशंका है कि गोल्डी गिरोह ने चारों शूटर्स पर 20-25 लाख रुपये खर्च किए। एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि रोहित गोदारा नाम से इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट व उसके स्क्रीन शाट की जानकारी हुई है। इसकी जांच कराई जा रही कि किसने, किस उद्देश्य से पोस्ट प्रसारित की है।
नकुल व विजय के स्वजन ने जताई एनकाउंटर की आशंका
गुरुवार को विजय व नकुल के स्वजन बागपत कोतवाली पहुंचे और पुलिस से जानकारी चाही, लेकिन पुलिस ने इन्कार कर दिया। एक-एक लाख के इनामी विजय और नकुल के स्वजन ने उनका एनकाउंटर होने की आशंका जताई है। दोनों के स्वजन का आरोप है कि 16 सितंबर को नकुल और विजय को गांव से कार सवार उठाकर ले गए थे। कहा कि विजय व नकुल पुलिस हिरासत में हैं, लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। एसपी सूरज कुमार राय ने बताया कि जिले में दोनों का आपराधिक इतिहास नहीं है। वह पुलिस हिरासत में हैं या नहीं, इसकी जानकारी बागपत पुलिस को नहीं है।
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