Updated: Sat, 20 Sep 2025 11:02 PM (IST)
बरेली में नकली दवा के कारोबार पर सरकार सख्त हो गई है। चिकित्सा मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि नकली दवा बेचने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई है। बरेली के औषधि विभाग ने 10 राज्यों की 19 दवा कंपनियों को नोटिस भेजा है। यहां साढ़े पांच लाख की नकली दवाएं पकड़ी गईं और 20 लाख की दवाएं वापस की गईं।
जागरण संवाददाता, बरेली। आगरा की बंसल मेडिकल एजेंसी और हे मां मेडिकल एजेंसी से नकली दवाएं बिक्री करने के अंतरराज्यीय गैंग के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री बृजेश पाठक ने सर्किट हाउस में यह बयान दिया।
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नकली दवा बनाने और बिक्री करने वाले माफिया को बख्शा नहीं जाएगा। इसमें स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) को लगाया गया है। आगरा की बंसल मेडिकल एजेंसी और हे मां मेडिकल एजेंसी के यहां से बरेली में कई व्यापारियों ने दवाएं खरीदी थीं, जिसमें वे दवाएं भी शामिल थीं, जिनकी नकली दवाएं बाजार में उतारी गई थीं।
इस मामले में बरेली से औषधि विभाग की ओर से गुजरात, गोवा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश समेत 10 राज्यों की 19 दवा निर्माण कंपनियों को 31 सर्वे सैंपल नोटिस के साथ भेजे गए, जिससे कि वे दवाओं की सत्यता की पुष्टि करके रिपोर्ट दें।
यहां करीब साढ़े पांच लाख रुपये की नकली दवाएं पकड़ी गईं। इसके अलावा करीब 20 लाख रुपये से अधिक कीमत की दवाएं वापस की गईं।
सर्किट हाउस में इस बारे में जब चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री बृजेश पाठक से बात की तो उन्होंने बताया कि इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराने के लिए एसटीएफ को लगाया गया। नकली दवा बनाने और बिक्री करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
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