बरेली सहित तराई में 'कोहरे का टॉर्चर': हाड़ कंपाने वाली ठंड के बीच 3 दिनों का रेड अलर्ट जारी!
बरेली और तराई क्षेत्र में कोहरे का प्रकोप जारी है, जिससे हाड़ कंपाने वाली ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। घ ...और पढ़ें

रात में कोहरे के बीच चलते वाहन
जागरण संवाददाता, बरेली। बुधवार की सुबह जिले में कोहरे की सफेद चादर बिछी रही, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। तड़के से छाया घना कोहरा दिन चढ़ने के बाद भी नहीं छटा, जिसके कारण दृश्यता (विजिबिलिटी) भी प्रभावित रही। हाड़ कंपाने वाली सर्दी और शीतलहर से बचने के लिए लोग अलाव और हीटर का सहारा लेते नजर आए।
मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भी अत्याधिक घना कोहरा छाए होने की अलर्ट जारी किया है। बुधवार को अधिकतम पारा 13.4 डिग्री और न्यूनतम 9.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, शाम चार बजे तक सिविल लाइन्स का एक्यूआइ 96 और राजेंद्र नगर का 128 रहा। कोहरे का सबसे अधिक असर यातायात पर पड़ा है।
प्रमुख सड़कों और राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहन चालकों को मजबूरन फाग लाइट जलाकर रेंगते हुए चलना पड़ा। दृश्यता कम होने के कारण सड़क दुर्घटनाओं का खतरा कई गुना बढ़ गया है, जिससे लोग अनावश्यक यात्रा से बच रहे हैं। वहीं, रेल यातायात पर भी कोहरे की मार पड़ी है।
कई लंबी दूरी की ट्रेनें निर्धारित समय से घंटों देरी से चल रही हैं, जिससे यात्रियों को स्टेशन पर कड़ाके की ठंड में इंतजार करना पड़ रहा है। ठंड और कोहरे के कारण शहर का तापमान भी नीचे लुढ़क गया है, जिससे गलन बढ़ गई है। लोग ठंड से बचने के लिए घरों में दुबके रहे और सार्वजनिक स्थानों पर अलावों का सहारा लिया।
प्रादेशिक मौसम केंद्र प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया, तीन दिन के लिए घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान बरेली में अत्याधिक घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। पहाड़ की ओर से ठंडी हवा चलती रहने का अनुमान है।
कोहरे का प्रभाव
- ड्राइविंग में कठिनाई
- सड़क यातायात में टकराव की संभावना
- हवाई अड्डों पर दृश्यता न्यूनतम होने से विमानों की लैडिंग-टेक आफ पर असर पड़ सकता है।
- घने कोहरे में सूक्ष्म कण और अन्य प्रदूषक तत्व होते हैं जो फेफड़ों में जमा हो जाते हैं, जिससे कार्यक्षमता कम हो जाती है। परिणाम के रूप में घरघराहट, खांसी और श्वास लेने में तकलीफ की समस्या बढ़ जाती है।
- घने कोहरे में अलग-अलग प्रकार के प्रदूषक तत्व होने से आंखों की झिल्लियों में जलन पैदा हो सकती है। आंखों में लालिमा और सूजन की समस्या हो सकती है।
सुझाव
- वाहन चलाते समय सावधान रहें।
- वाहन चलाते समय फाग लाइट का इस्तेमाल करें।
- यात्रा को लेकर एयरलाइन, रेलवे और राज्य परिवहन के संपर्क में रहें।
- जब तक आपातकालीन स्थिति न हो, तब तक बाहर निकलने से बचें।
- चेहरे को ढक कर रखें।

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