पीड़ित महिला की गुहार: 'पति भी खोया और पैसे भी', हॉस्पिटल के खिलाफ सीएमओ की बड़ी कार्रवाई की तैयारी
बरेली में एक पीड़ित महिला ने गुहार लगाई है कि उसने अपने पति को खो दिया और पैसे भी। इस मामले में, सीएमओ ने हॉस्पिटल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक चित्र
जागरण संवाददाता, बरेली। आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद इलाज के नाम पर 5.50 लाख रुपये वसूलने के मामले में पीड़ित महिला पूरे बिल नहीं दिखा सकी है। महिला का कहना है कि उसने सौ फुटा स्थित सनराइज हास्पिटल में इलाज कराया था लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने उसका न केवल आयुष्मान जब्त कर लिया, बल्कि पति के इलाज के दौरान उससे वसूली भी कर ली है।
अब तक उसे रकम भी वापस नहीं मिली है। महिला की शिकायत पर सीएमओ ने जांच की है और अब अस्पताल से वसूली करने के साथ उसके खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी भी की जा रही है। भमोरा के झिझरी निवासी लक्ष्मी देवी ने 31 वर्षीय पति उर्वेश की तबीयत खराब होने पर उसे सौ फुटा स्थित सनराइज हास्पिटल में भर्ती कराया था।
अस्पताल के स्टाफ ने उसका आयुष्मान कार्ड देखकर यही बताया था कि इलाज के लिए कोई भुगतान नहीं करना पड़ेगा। महिला का आरोप है कि पति को भर्ती कराने के बाद अस्पताल वालों ने उससे 25 सितंबर से दो अक्टूबर के बीच कई बार करीब 5.50 रुपये का भुगतान ले लिया। इसके बावजूद इलाज में लापरवाही की वजह से उसके पति की जान भी चली गई।
इसके बाद महिला ने इसकी शिकायत मंडलायुक्त के साथ डीएम व अन्य अधिकारियों से भी की लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। जांच के दौरान महिला जितना खर्च बता रही है कि उसके 50 प्रतिशत ही बिल दिखा सकी है।
सीएमओ स्तर पर चल रही इसकी जांच के बाद हास्पिटल संचालक से महिला से वसूल की गई धनराशि के साथ की अस्पताल पर कार्रवाई की तैयारी भी की जा रही है। हालांकि पीड़ित महिला लक्ष्मी देवी का कहना है कि अस्पताल से उसे अब तक कोई धनराशि वापस नहीं मिली है। सुनवाई न हुई तो वह लखनऊ जाकर उच्चाधिकारियों से शिकायत करेगी।
एडी हेल्थ को भी मंडलायुक्त को देनी है जांच रिपोर्ट
लक्ष्मी देवी की शिकायत के बाद मंडलायुक्त भूपेंद्र एस चौधरी ने इस प्रकरण की जांच रिपोर्ट एडी हेल्थ डा. तेजपाल से मांगी थी। उन्होंने पूछताछ के लिए दोनों ही पक्षों को बुलाया भी था। उनका कहना है कि महिला को अभी इलाज के दौरान खर्च की गई धनराशि के बिल आदि कागज दिखाने हैं। उससे आयुष्मान कार्ड भी मांगा गया था लेकिन वह दिखा नहीं सकी थी। हालांकि बाद में आनलाइन चेक करने पर यह सही मिला है कि महिला का आयुष्मान कार्ड बना हुआ है। जल्द ही इसकी जांच रिपोर्ट मंडलायुक्त को भेज दी जाएगी।
सनराइज अस्पताल से जुड़ी जांच पूरी हो गई है। इस प्रकरण में अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई करने के साथ ही उससे वसूली की तैयारी भी की जा रही है।
- डा. विश्राम सिंह, सीएमओ
यह भी पढ़ें- दम तोड़ती रामगंगा: आचमन करना तो दूर, अब पैर रखने लायक भी नहीं रहीं बरेली की नदियां

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।