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    '...भगवान वो दिन फिर न दिखाए', 15 साल पहले भी जल रहा था बरेली; याद कर सहम जाते हैं लोग

    Updated: Mon, 29 Sep 2025 03:12 PM (IST)

    बरेली में 2010 में हुए दंगों की यादें आज भी लोगों के दिलों में ताजा हैं। मौलाना तौकीर के भड़काऊ भाषण के बाद दंगाइयों ने गुद्दड़बाग और कई बाजारों को जला दिया था। पीड़ितों ने बताया कि उनके घरों और दुकानों को लूटा गया और जला दिया गया जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ।

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    2010 में दंगाइयों ने फूंक दिए थे शहर के कई बाजार व घर।

    जागरण संवाददाता, बरेली। दो मार्च, 2010 यह वही तिथि है, जिस दिन पूरा शहर जल रहा था। दंगाइयों ने एक-एककर शहर के कई प्रमुख बाजारों व घरों को आग के हवाले कर दिया था।

    इस दंगे में भी पुलिस ने मौलाना तौकीर को जिम्मेदार मानते हुए जेल भेजा था। उस दंगे को याद कर आज भी लोगों की रूह कांप जाती है। उनके मुंह से यही निकलता है कि भगवान दोबारा किसी को यह दिन न दिखाए।

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    इस दंगे की शुरूआत मौलाना तौकीर के ही भड़काऊ बयान से हुई थी। दंगाइयों ने सबसे पहले गुद्दड़बाग को अपना निशाना बनाया था। इसके के बाद कोहाड़ापीर, बड़ा बाजार समेत शहर के कई प्रमुख बाजारों को फूंक दिया गया। धीरे-धीरे यह आग शहर के हर हिस्से में फैल गई।

    कितनी गाड़ियां फूंकी, कितने घर जलाए गए। उस वक्त यह समझना मुश्किल हो गया था। दंगाईयों ने न जाने कितने घरों में घुसकर बेगुनाहों को पीटा, उनके सिर फोड़े। उस दिन को याद करके गुद्दड़बाग के लोग आज भी सहम जाते हैं, जिनके घर जलाए गए। पीटे गए, अभद्रता की गई।

    वह केवल यही कहते हैं कि यही दुआ करते हैं कि दोबारा से यह दिन न देखना पड़े। उस वक्त स्थिति यह थी कि हर तीसरे घर में मारपीट के बाद आग लगाई जा रही थी।

    बातचीत-

    हम शहर से बाहर थे, शाम साढ़े चार बजे सूचना मिली कि दुकान में तोड़फोड़ करने के बाद आग लगा दी गई है। उस वक्त हमारा 10 से 15 लाख का नुकसान हुआ था।

    राहुल पाल

    दंगाइयों ने हमारा पूरा घर जला दिया था। बच्चों के जो दस्तावेज जले, वह आज तक पूरे नहीं बन पाए हैं। वो दिन भगवान किसी को दोबारा न दिखाए।

    सुषमा सक्सेना

    हमारा बैग के रोल का गोदाम था। शहर में जब दंगा शुरू हुआ तो इस बात का अंदाजा नहीं था कि वह इतना भयानक रूप ले सकता है। मेरा पूरा गोदाम फूंक दिया गया।

    नरेंद्र मौर्य

    हम तो कुछ ही दिनों पहले मकान में आए थे, दंगा होने से कुछ देर पहले घर से निकले। इसी बीच घर में दंगाई घुसे। उन्होंने परिवार के लोगों पर हमला कर दिया। 

    वीएस सक्सेना।