बरेली उपद्रव में किसने दिया मौलाना का साथ? पुलिस ने बनाई 77 लोगों की लिस्ट… जल्द ही करेगी गिरफ्तार
बरेली में हुए उपद्रव के मामले में पुलिस ने मौलाना के साथ 77 लोगों को चिह्नित किया है। इन लोगों पर भीड़ को उकसाने और उपद्रव कराने में शामिल होने का आरोप है। पुलिस ने इनके फोन से साक्ष्य जुटाए हैं और इनकी अवैध संपत्तियों की जांच भी शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, बरेली। उपद्रव कराने में मौलाना के साथ 77 लोग और भी शामिल थे। पुलिस ने इन सभी को चिह्नित कर लिया है। उपद्रव कराने में मौलाना के साथ इनकी भी अहम भूमिका सामने आई है। पुलिस के मुताबिक, घटना स्थलों पर जितनी भी भीड़ एकत्र हुई थी वह सभी इन्हीं 77 लोगों ने की थी। इन सभी को भी जल्द ही गिरफ्तार कर जेल भेजेगी।
उपद्रव के बाद पुलिस ने जब गिरफ्तार हुए लोगों से पूछताछ की और लोगों के फोन चेक किए तो सामने आया कि भीड़ वहां पर स्वयं नहीं आई थी। उन्हें भेजने के लिए उत्तेजित किया गया था। तरह-तरह से उकसाया गया, जिससे भीड़ बेकाबू हो गई।
इन्हीं लोगों ने भीड़ से कहा था कि, सभी लोग पूरे इंतजाम से पहुंचे। पुलिस के पास इसके साक्ष्य भी हैं। साथ ही गिरफ्तार हुए लोगों के फोन से पुलिस को उन्हें उकसाने वालों की कॉल व चैट भी मिली है, जिसे साक्ष्यों के रूप में रखा गया है।
इतना ही नहीं पुलिस ने जब इन सभी 77 लोगों की जांच कराई तो पता चला कि यह सभी मौलाना तौकीर रजा के भी संपर्क में लगातार थे। इन लोगों में पांच वार्डों के पार्षद भी शामिल है जो आए दिन विवादों में रहते हैं।
आईएमसी के पांच नेता पुलिस की रडार पर, कुंडली आएगी सामने
इस उपद्रव में मौलाना तौकीर रजा के साथ ही इत्तेहादे मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) के पांच नेताओं को भी पुलिस ने अपनी रडार पर ले लिया है। इस उपद्रव में आईएमसी के इन सभी नेताओं की प्रमुख भूमिका थी। पुलिस की रडार पर आ चुके हैं।
पुलिस ने इन सभी की अवैध संपत्तियों की जांच के साथ ही इनका आपराधिक इतिहास खंगालना शुरू कर दिया है। आरोपितों ने कहां-कहां अवैध कब्जे किए हैं इसकी भी जांच पुलिस ने प्रशासन की मदद से शुरू करा दी है।
इसके अलावा वक्फ की जमीनों की भी जांच शुरू हो गई है। इतना ही नहीं पुलिस ने गोपनीय तरीके से इन सभी के बैंक खातों की भी जांच कराएगी, जिससे यह पता चल सके कि आरोपियों के पास कहां-कहांं से धनराशि आती थी।
मोहल्लों में बैठक करने वालों के बीच खुफिया विभाग
उपद्रव के बाद खुराफातियों ने फिर से शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में बैठक करना शुरू कर दिया। पुलिस और खुफिया एजेंसियों को जब यह इनपुट मिला तो एजेंसियों ने अपना नेटवर्क फैला दिया।
पुलिस का कहना है कि जो भी लोग चोरी छिपे से बैठक कर रहे हैं या इसकी योजना बना रहे हैं। उन सभी के विरुद्ध भी कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के अनुसार खुफिया एजेंसियों के पास कई जगहों का इनपुट आ चुका है।
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