Updated: Thu, 02 Oct 2025 11:13 PM (IST)
बरेली में मौलाना तौकीर और उनके करीबियों के अवैध निर्माणों की कुंडली तैयार की जा रही है। बीडीए ने पीलीभीत रोड समेत कई इलाकों में अवैध निर्माण चिह्नित किए हैं जिन पर जल्द ही कार्रवाई हो सकती है। पिछले वर्ष सीलिंग की भूमि पर कब्जे के मामले को भी फिर से खोला गया है जिसमें राजस्व अभिलेखों में राज्य सरकार के नाम भूमि दर्ज होने की बात सामने आई है।
जागरण संवाददाता, बरेली। शहर में उपद्रव के मुख्य आरोपित मौलाना तौकीर और उसके करीबियों के अवैध निर्माण की कुंडली लगातार तैयार की जा रही है। विकास प्राधिकरण ने पीलीभीत रोड के साथ जगतपुर पुराना शहर, पीलीभीत बाइपास, हरुनगला में भी आरिफ, फरहत, नफीस व कुछ अन्य के अवैध निर्माण चिह्नित किए हैं। इसमें कई अधिकतर व्यवसायिक निर्माण भी शामिल हैं।
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माना जा रहा है कि बीडीए की ओर से इन अवैध निर्माण को कभी भी सील करने के साथ ध्वस्तीकरण किया जा सकता है। उधर, बीते वर्ष फाइक इन्क्लेव, जगतपुर में सीलिंग की भूमि पर कब्जे के आरोप में लेखपाल द्वारा बारादरी थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट को भी फिर से खोल दिया है।
प्रकरण में जगतपुर में गाटा संख्या 367 में 3,589 वर्गमीटर सीलिंग की जमीन दबाने और राजस्व अभिलेखों में राज्य सरकार के नाम भूमि दर्ज होने की बात सामने आई है, जिसकी जांच पूर्व कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने राजस्व विभाग से भी कराई थी, लेकिन प्रकरण शांत होते ही उनके ही कार्यकाल में कार्रवाई आगे बढ़ने के बजाय बंद हो गई। उस दौरान भी मामले ने खूब तूल पकड़ा था।
बीडीए उपाध्यक्ष मनिकंडन ए. के अनुसार शहर में अवैध निर्माण को चिह्नित कर लगातार कार्रवाई की जा रही है। पूर्व में फाइक इन्क्लेव, जगतपुर और अन्य क्षेत्रों में सीलिंग की भूमि पर अवैध निर्माण को दिखवाया जा रहा है। कहा कि सीलिंग, सरोवर, चकरोड आदि की भूमि पर निर्माण किसी भी दशा में स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसको लेकर सीलिंग के साथ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई जारी रहेगी, जिसकी शुरुआत फहम लान, फ्लोरा गार्डन, स्काई लार्क होटल के साथ की गई है। उन्होंने बताया कि अभियंताओं के साथ विशेष कार्याधिकारियों की टीम पूरे प्रकरण को गहनता से जांच कर रही है, जल्दी ही कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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