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    Bareilly News: 86 वर्ष बाद नए सदन से चलेगी बरेली की सरकार, 1937 में बनी थी निगम की पुरानी बिल्डिंग; जानें इतिहास

    By Nilesh Pratap SinghEdited By: riya.pandey
    Updated: Sat, 28 Oct 2023 08:27 PM (IST)

    शहर की सरकार 86 वर्ष बाद नए सदन में प्रवेश करेगी। नगर निगम प्रशासन ने जनवरी में निर्माणाधीन नए भवन में सदन की कार्यवाही संचालित करने की तैयारी की है। पुरानी बिल्डिंग से नई बिल्डिंग के नए सदन में स्थानांतरित होने की खबर से पार्षद भी हर्षित हैं। 1937 में बनी निगम की पुरानी बिल्डिंग ने नगर पालिका महानगर पालिका के बाद नगर निगम बनने तक का सफर तय किया।

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    Bareilly News: 86 वर्ष बाद नए सदन से चलेगी बरेली की सरकार

    जागरण संवाददाता, बरेली। शहर की सरकार 86 वर्ष बाद नए सदन में प्रवेश करेगी। नगर निगम प्रशासन ने जनवरी में निर्माणाधीन नए भवन में सदन की कार्यवाही संचालित करने की तैयारी की है। पुरानी बिल्डिंग से नई बिल्डिंग के नए सदन में स्थानांतरित होने की खबर से पार्षद भी हर्षित हैं। 

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    वर्ष 1937 में बनी निगम की पुरानी बिल्डिंग ने नगर पालिका, महानगर पालिका के बाद नगर निगम बनने तक का सफर तय किया। इस बिल्डिंग में सेंट्रल आफिस, निगम के प्रशासनिक अफसरों के साथ शहर की सरकार द्वारा बोर्ड हाल में सदन की कार्यवाही संचालित की जाती रही है। अब दो माह बाद पुरानी बिल्डिंग में सदन की कार्यवाही इतिहास बन जाएगी।  जनवरी से नगर निगम सदन का संचालन 19.50 करोड़ में बनाई जा रही नई बिल्डिंग से किया जाएगा।

    सदन में होगी 120 सीटिंग क्षमता

    नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स ने बताया कि जनवरी में ही नगर निगम की नई हाइटेक बिल्डिंग में नया सदन बनकर तैयार हो जाएगा। सदन में 120 सीटिंग क्षमता होगी। मीडिया गैलरी, विजिटर गैलरी भी होगी। बिल्डिंग के भूतल पर महापौर, नगर आयुक्त, उप नगर आयुक्त, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी का कार्यालय है। प्रथम तल पर स्वास्थ्य, निर्माण, टैक्स, जलकल, राजस्व समेत कई अन्य विभागों के कार्यालय संचालित होंगे। दूसरी तल पर सदन, अकाउंट डिपार्टमेंट, सेंट्रल आफिस होंगे। तीसरे तल पर इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर संचालित हो रहा है।

    यह है निगम का इतिहास

    इतिहासकारों के अनुसार, 24 जून 1858 में ब्रिटिश सरकार के नार्थ वेस्ट प्रोविन्स प्रांत द्वारा बरेली नगर पालिका की स्थापना की गई। जो 13 नवंबर 1981 में महानगर पालिका और 31 मई 1994 को बरेली नगर निगम में परिवर्तित हुआ। मिनी सदन से प्रदेश की राजनीति तक तय किया सफर शहर की सरकार में हिस्सा बनने वाले कई सियासी सूरमा प्रदेश की राजनीति में अहम पदों तक पहुंचे। इसमें बिहारीपुर खत्रियान निवासी राम सिंह खन्ना भी शामिल हैं।

    कांग्रेस महानगर अध्यक्ष अजय शुक्ला के अनुसार राम सिंह खन्ना वर्ष 1968 में सभासद बनने के बाद शहर में राजनीति में सक्रिया थे। इसके बाद वह वर्ष 1978 में कांग्रेस से विधायक बने और वर्ष 1980 में प्रदेश सरकार में नगर विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली।

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    पूर्व महापौर के तस्वीरों को हटाए जाने की जांच की मांग

    निगम बोर्ड हाल में पूर्व जनप्रतिनिधियों के तस्वीर लगाने की मांग सपा पार्षद दल के नेता गौरव सक्सेना ने नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स से नगर निगम बोर्ड हाल लगे कई पूर्व महापौर के तस्वीरों को हटाए जाने की जांच की मांग की है।

    ज्ञापन सौंप कहा कि वर्ष 2017 तक पुराने नगर प्रमुख व महापौर के तस्वीर बोर्ड हाल में लगी थी, लेकिन बीच में पूर्व जनप्रतिनिधियों के तस्वीर को हटवा दिया गया, जो न्यायोचित नहीं है। उन्होंने सभी पूर्व नगर प्रमुख व महापौर के तस्वीरों को बोर्ड हाल में लगवाने की मांग की।

    निगम की नई बिल्डिंग में बनाया जा रहा नया सदन

    महापौर डा. उमेश गौतम के अनुसार, नगर निगम की नई बिल्डिंग में नया सदन भी बनाया जा रहा है। जनवरी में बोर्ड की बैठक वहीं से संचालित की जाएगी, इसके लिए अधिकारियों को बचे हुए कार्य तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। 

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