Bareilly Weather Forecast: बनारस और कानपुर से भी सर्द रही बरेली की रात, कोहरे के 'रेड अलर्ट' के बीच गलन बरकरार
UP Weather Forecast: रूहेलखंड में कड़ाके की ठंड जारी है, बरेली में बनारस और कानपुर से भी ज़्यादा ठंड दर्ज की गई। कोहरे के रेड अलर्ट के बीच गलन बरकरार ...और पढ़ें

यूपी में बदल रहा मौसम
जागरण संवाददाता, बरेली। UP Fog Red alert: जिला इन दिनों शीतलहर और घने कोहरे से जूझ रहा है। रेड अलर्ट के बीच गुरुवार सुबह भी घना कोहरा छाया रहा। दोपहर में खिली धूप ने कुछ हद तक राहत दी। हालांकि, सुबह-शाम की गलन ने लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल कर दिया। शहर का न्यूनतम पारा वाराणसी (10.5), कानपुर (10.6) और शाहजहांपुर (11.8) से कम रहा। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भी अत्यधिक घना कोहरा छाए रहने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार को अधिकतम पारा 17.5 डिग्री और न्यूनतम 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सिविल लाइन्स का एक्यूआइ 75 और राजेंद्र नगर का 94 रहा। रेड अलर्ट के बीच दोपहर को आसमान से कोहरा छंटने और धूप निकलने से लोगों को राहत मिली। वहीं, शाम होते फिर गलन बढ़ने लगी।

पहाड़ों से आ रही बर्फीली पछुआ हवाओं (शीतलहर) ने गलन को बरकरार रखा है। धूप निकलने के बावजूद ठिठुरन कम नहीं हुई, जिससे बुजुर्गों और बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। सर्दी से बचाव के लिए लोग जगह-जगह अलाव जलाकर राहत लेते दिखे। प्रादेशिक मौसम केंद्र के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया, रेड अलर्ट होने से घना कोहरा की स्थिति बनी रहने की संभावना है। प्रशासन ने लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने और ठंड से बचाव के उपाय करने की सलाह दी है।
बदायूं में शीत लहर ने बढ़ाई ठंड
Badaun Weather Forecast: बदायूं में ठंड का असर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को लगातार दूसरे दिन भी सूर्य देव के दर्शन न के बराबर हुए। आसमान में दोपहर दो बजे तक बादल छाए रहे। वहीं दूसरी तरफ तेज हवाओं के चलने से ठंड और बढ़ गई है। बुधवार रात को घने कोहरे के साथ ओस गिरती रही। जो राहगीरों को रिमझिम बरसात का अहसास करा रही थी।

गुरुवार सुबह भी कोहरे के कारण दृश्यता काफी कम रही। जिसके चलते लोगों के दैनिक कार्य भी अस्त व्यस्त हो गए हैं। ठंडी हवाओं ने तो लोगों की कंपकपी ही छुड़ा दी। दोपहर तक तो बाजार में भी सन्नाटा छाया रहा। कई दुकानदार भी दोपहर तक दुकान खोलने नहीं पहुंचे। सुबह के समय भी वाहनों के चालक हेड लाइट जलाकर चल रहे थे।
वहीं हाईवे पर तो स्थिति और भी खराब थी। दृश्यता कम होने के चलते ट्रक, डंपर और कैंटर चालकों ने वाहनों को रोक रखा था। दिन भर ठंडी हवा के चलते ठिठुरन और बढ़ गई है। जिला प्रशासन ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है। सभी विभागों व नगर पालिका के अधिशासी अधिकारियों को अपने अपने क्षेत्र में अलाव की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए हैं।
शाहजहांपुर में सुबह कोहरे ने थामी रफ्तार
Shahjhanpur Weather Forecast: शाहजहांपुर में गुरुवार सुबह घना कोहरा व बादल छाए रहे, लेकिन उसके बाद तेज धूप खिली। जिससे गलन का प्रभाव कम हुआ। तापमान में भी वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि शाम ढलने के साथ ही पारा फिर से तेजी से लुढ़कना शुरू हो गया। मौसम विज्ञानियों ने शुक्रवार सुबह व शाम कोहरा छाने व दोपहर में हल्की धूप खिलने की संभावना जतायी है।
पिछले तीन दिन से गलन बढ़ने के साथ ही पारे भी लगातार नीचे आ रहा था। दिन में धूप भी नहीं निकल रही थी। बुधवार को रात व दिन के पार में दो डिग्री सेल्सियस का अंतर रह गया था। जिसको देखते हुए मौसम विज्ञान केंद्र ने दो दिन ऐसी ही स्थिति बनी रहने की संभावना जताते हुए जिले को रेड जोन में शामिल किया था।

गुरुवार सुबह भी पूर्वानुमान जैसा ही हाल रहा। कोहरे की सघनता अधिक होने के कारण दृश्यता घटकर 20 रह गई, लेकिन इसके बाद मौसम में परिवर्तन हुआ। पूर्वाह्न 11 बजे सूर्यदेव ने दर्शन दिए। धूप में तेजी आई तो तापमान में छह डिग्री सेल्सियस का उछाल दर्ज किया गया। न्यूनतम पारा 11 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही बना रहा।
गन्ना शोध परिषद के मौसम अनुभाग के विज्ञानी डा. मनमोहन सिंह ने बताया कि वायुदाब सात मिलीबार बढ़ा हुआ है, जिस कारण शुक्रवार को भी सुबह व शाम कोहरे का प्रभाव रहेगा। उन्होंने बताया कि हवा का बहाव उत्तर पूरब है, ऐसे में हल्के बादल छाए रहेंगे। दोपहर में धूप भी खिलेगी, जिससे तापमान में कुछ वृद्धि हो सकती है।
शून्य रही दृश्यता, सूर्य देव के दर्शन से मिली राहत
Pilibhit Weather: पीलीभीत में गुरुवार की सुबह जिले में कोहरे की चादर इतनी घनी थी कि सड़कों पर दृश्यता शून्य के करीब पहुंच गई। हालांकि, दोपहर बाद बादलों की ओट से निकले सूर्य देवता ने दर्शन दिए, जिससे ठिठुर रहे लोगों को थोड़ी राहत महसूस हुई। अधिकतम तापमान करीब 14 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस रहा। कोहरे के कारण हाईवे पर वाहनों की रफ्तार थम गई।

पीलीभीत-बरेली और पीलीभीत-टनकपुर मार्ग पर वाहन चालक हेडलाइट जलाकर रेंगते हुए नजर आए। कोहरे के साथ चल रही बर्फीली हवाओं ने गलन बढ़ा दी, जिससे लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गए। हवा के कारण करीब एक बजे के बाद कोहरा छंटना शुरू हुआ। दोपहर दो बजे के आसपास सूर्य देव ने दर्शन दिए जिससे तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। शाम होते ही फिर गलन ने दस्तक दे दी।
शीत दिवस का प्रभाव
- फ्लू जैसी बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है, जो आमतौर पर ठंड के लंबे समय तक संपर्क में रहने के कारण होती हैं या बढ़ जाती हैं।
- कंपकपी को नजरअंदाज न करें। यह शरीर के गर्मी खोने का प्रथम संकेत है।
- बिजली क्षेत्र पर प्रभाव: भार बढ़ने के कारण विद्युत संचालन में व्यवधान आ सकता है।
बचाव के सुझाव
- ढीले-ढाले, हल्के वजन वाले गर्म ऊनी कपड़ों की कई परतें पहनें। बाहरी गतिविधियों से बचें या उन्हें सीमित करें।
- जब तक आपातकालीन स्थिति न हो तब तक बाहर निकलने से बचें। चेहरे को ढक कर रखें।
- अपने सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगलियों को पर्याप्त रूप से ढकें, क्योंकि शरीर की अधिकांश गर्मी इन अंगों से निकलती है। भारी कपड़ों की एक परत के बजाय ढीले-ढाले, हल्के वजन वाले गर्म ऊनी कपड़ों की कई परतें पहनें।
- हीटर का इस्तेमाल करते समय हवा का प्रवाह बनाए रखें, ताकि जहरीले धुआं सांस में न जाए। बिजली और गैस हीटिंग उपकरणों का इस्तेमाल करते समय आवश्यक सुरक्षा उपाय करें।

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