Updated: Wed, 01 Oct 2025 04:04 PM (IST)
बरेली में दरगाह आला हजरत के संगठनों ने निर्दोष मुसलमानों की गिरफ्तारी और पुलिस की कथित मनमानी छापेमारी पर चिंता जताई है। उन्होंने बेगुनाहों को रिहा करने मुकदमे वापस लेने और बुलडोजर कार्रवाई रोकने की मांग की है। मौलाना तौसीफ रजा खां ने कहा कि मुसलमानों को सामूहिक सजा दी जा रही है और पुलिस झूठे आरोप लगा रही है जिससे शहर में दहशत का माहौल है।
जागरण संवाददाता, बरेली। निर्दोष मुसलमानों की गिरफ्तारी व पुलिस की मनमानी दबिश रोकने, निर्दोषों पर दर्ज मुकदमे वापस लेकर उन्हें रिहा करने और बुलडोजर कार्रवाई रोककर दहशत को खत्म करने की मांग दरगाह आला हजरत के सभी संगठनों ने संयुक्त रूप से की। दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां, काजी-ए-हिंदुस्तान मुफ्ती असजद मियां, मन्नानी मियां समेत सभी संगठनों की ओर से यह बयान मौलाना तौसीफ रजा खां ने दिया। उन्होंने कहा कि हमारी मांगों को नहीं माना गया तो जल्द ही ठोस फैसला लिया जाएगा।
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मौलाना तौसीफ रजा खां ने कहा कि शहर के मुसलमानों को सामूहिक सजा दी जा रही है और पुलिस बेगुनाह मुसलमानों पर तमंचे, पेट्रोल बम और तेजाब की बोतलों से हमले का इल्जाम लगा रही है। उन्होंने कहा कि इंदिरा मार्केट के पास का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक बिल्डिंग की छत से कुछ लोग मुसलमानों और पुलिस पर पथराव करते नजर आ रहे हैं। इससे साबित होता है कि मुसलमानों और पुलिस पर पथराव एक साजिश के तहत किया, ताकि माहौल बिगड़े।
उन्होंने कहा कि मुसलमानों को गिरफ्तार करके थानों में मारपीट की जा रही है, जिससे वे सही ढंग से चल तक नहीं पा रहे हैं। शहर में मुसलमानों के घरों पर बुलडोजर खड़े करके तोड़फोड़ की कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि दबिश के दौरान मुस्लिम महिलाओं और लड़कियों पर जुल्म करने के साथ बच्चों से भी मारपीट की जा रही है। मस्जिदों में दबिश देकर इमामों का उत्पीड़न किया जा रहा, जिससे खौफजदा लोग नमाज तक नहीं पढ़ पा रहे हैं। इससे मुसलमानों में खौफ का माहौल है। इस दौरान अंजुम मियां, सिराज मियां, अदनान मियां, अब्दुल्ला मियां, हन्नान रजा खान, इकान रजा खां मौजूद रहे।
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