बरेली में इंटरनेट बंद... ऑनलाइन भुगतान सहित दफ्तरों में कामकाज हुआ प्रभावित, एटीएम पर दौड़े लोग
बरेली में इंटरनेट सेवा बाधित होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। ऑनलाइन भुगतान रुकने से एटीएम पर लंबी कतारें लगीं। सरकारी और निजी कार्यालयों में कामकाज प्रभावित हुआ। अफवाहों को रोकने के लिए शासन ने यह कदम उठाया जिससे आयुष्मान योजना का काम भी प्रभावित हुआ और सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले लोग परेशान रहे।

जागरण संवाददाता, बरेली। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे। घर की ओर जा रहे सुभाषनगर निवासी जितेंद्र की बाइक का तेल खत्म हो गया। ऐसे में बाइक को पैदल खींचते हुए पेट्रोल पंप पर पहुंचे। बाइक में पेट्रोल तो पड़ गया, जब ऑनलाइन भुगतान करना चाहा तो पता चला इंटरनेट बंद हो गया है। किसी तरह फोन कर जितेंद्र ने अपने मित्र को बुलाकर रुपये मंगाए और भुगतान किया। जितेंद्र की तरह ही जिले के लाखों लोगों को यह समस्या झेलनी पड़ी।
बड़ी दुकानों पर सामान खरीदने पर भुगतान नहीं हो पाया। दवा की दुकानों पर भी लोगों को नकद रुपये देने पड़े। प्लास्टिक मनी के इस्तेमाल की आदत की वजह से रुपये लेकर नहीं चलने वालों को सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ी।
सरकारी से लेकर निजी दफ्तरों में भी ऑनलाइन कार्य रुकने से कर्मचारियों को दिक्कत
ऑनलाइन भुगतान नहीं होने पर कई दिन बाद एटीएम पर रुपये निकालने वालों की भीड़ दिखाई दी। बाद में पता चला कि जिले में शुक्रवार को हुए उपद्रव के बाद अफवाहों को रोकने के लिए शासन स्तर से मोबाइल कंपनियों को इंटरनेट व मैसेजिंग सेवा बंद करने को कहा गया था। कंपनियों ने बिना उपभोक्ताओं को सूचित किए बिना बड़ा फैसला ले लिया, जिससे पूरी तरह कामकाज प्रभावित रहा।
48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा और एसएमएस बंद
शासन की ओर से सभी मोबाइल कंपनियों को एक पत्र जारी किया गया, जिसके अनुसार बरेली में हुए उपद्रव के चलते यहां शांति व्यवस्था भंग होने की आशंका के चलते 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा और एसएमएस सेवा को बंद करने को कहा गया। इंटरनेट सेवा 27 सितंबर की रात साढ़े बारह बजे से 29 सितंबर की रात साढ़े बारह बजे तक बंद रखी जानी है।
- जिले में बीएसएनल की ओर से शनिवार को दोपहर करीब तीन बजे मोबाइल पर इंटरनेट बंद कर दिया गया।
- वहीं, ब्राडबैंड की सुविधा शासनादेश पर करीब एक बजे रोक दी गई।
- दो बजे के आसपास जियो और वीआइ की सेवाएं भी बंद हो गई, लेकिन एयरटेल का इंटरनेट शाम तक चलता रहा।
- इंटरनेट बंद होने से सबसे अधिक समस्या लोगों को कैश के अभाव में हुई।
- ऑनलाइन भुगतान करने वाले लोगों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ा।
- 29 सितंबर तक इंटरनेट प्रभावित होने की जानकारी मिलने पर एटीएम के बाहर देर शाम से ही जनता की लंबी कतारें लगने लगीं।
- सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों में भी कामकाज प्रभावित हुआ।
आयुष्मान अप्रूवल भी हुआ प्रभावित
जिले में लाखों की संख्या में लोग आयुष्मान कार्ड से कवर हैं। शनिवार को इंटरनेट बंद होने से आयुष्मान अप्रूवल का कार्य भी प्रभावित हुआ, जिसके बिना मरीजों का उपचार नहीं किया जाता है। समन्वयक डा. अनुराग अग्रवाल ने बताया कि अप्रूवल संबंधी समस्या का समाधान करते हुए आयुष्मान से उपचार की सुविधा देने वाले अस्पतालों को शासन से जारी हुआ इंटरनेट बंद होने का पत्र भेजा गया है।
जब तक इंटरनेट बंद तब तक बिना अप्रूवल उपचार करने के लिए कहा गया है। वहीं, अगर मरीज का उपचार आगामी दिनों में किया जा सकता है तो उसे बाद में बुलाने का सुझाव भी दिया गया है।
इंटरनेट मीडिया ने बढ़ाई बेचैनी
शासन स्तर से बवाल के बाद अफवाहों को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाओं को बंद किया गया है। ऐसे में इंटरनेट मीडिया पर अधिकतर समय सक्रिय रहने वाले लोगों की बेचैनी बढ़ गई। टीवी और मोबाइल पर रियालिटी शो, मूवी समेत अन्य सीरियल देखने वालों को दिक्कत हुई। अधिकतर समय मोबाइल पर तमाम साइट्स देखने वाले बच्चों, महिलाएं भी परेशान रहीं।
इंटरनेट बंद होने से दैनिक कार्य प्रभावित हुए। शाम को कई बार अलग-अलग कार्यों से भुगतान करने के लिए जेब से फोन निकाला। बंद में याद आया कि इंटरनेट बंद हैं, ऐसे में एटीएम से कैश निकालने के बाद ही समस्या का समाधान हो सका। - महेंद्र सिंह, जगतपुर
सभी तरह के ऑनलाइन ट्रांजेक्शन नहीं हो पा रहे। लंबी काल में भी बाधा उत्पन्न हो रही है। इंटरनेट बंद होने से बाजार में लाखों का नुकसान हो रहा है। वहीं, जीएसटी के नोटिस की अंतिम तिथि 30 सितंबर है, उसका हम जवाब नहीं दे पा रहे हैं। अब एक दिन में नोटिस का जवाब देना चुनौती साबित होगा। - पवन गुप्ता, कृष्णा नगर
अब पर्स में अधिक रुपये रखने की आदत खत्म हो गई है। अधिकतर जगह आनलाइन ही भुगतान कर देते हैं। शनिवार को बाजार से सामान खरीदने गए तो यूपीआइ से भुगतान करने का प्रयास किया, लेकिन पेमेंट नहीं हो पाया। तब पास के एटीएम से रुपये निकालकर भुगतान किया। डॉ. बिंदिया सक्सेना, जनकपुरी
अचानक इंटरनेट सेवाएं बंद करना बड़ा फैसला है। डिजिटलीकरण होने के कारण अधिकांश भुगतान लोग अपने मोबाइल से ही आनलाइन करते हैं। सरकारी कार्यों के लिए भी सूचनाओं के आदान प्रदान करना भी मुश्किल हो गया। इंटरनेट सेवा बंद करने से पहले सूचना देनी चाहिए। रमेश सागर, समाजसेवी
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