प्रिंसिपल सरिता वर्मा ने मांगी थी एक लाख की रिश्वत, 50 हजार की पहली किस्त लेते हुए एंटी करप्शन ने दबोचा
बरेली के भुता में प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सरिता वर्मा पर ठेकेदार से एक लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप है। पहली किश्त के रूप में 50 हजार रुपये लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया। ठेकेदार राजकुमार के अनुसार प्रधानाध्यापिका ने स्कूल के निरीक्षण के लिए अधिकारियों को रिश्वत देने के नाम पर पैसे मांगे थे जिसके बाद उन्होंने एंटी करप्शन टीम में शिकायत दर्ज कराई।

जागरण संवाददाता, बरेली। भुता के प्राथमिक विद्यालय म्यूड़ी खुर्द की प्राधानाचार्य सरिता वर्मा के विरुद्ध कोतवाली में प्राथमिकी पंजीकृत हो गई है। आरोप है कि उन्होंने ठेकेदार राजकुमार से केवल 50 हजार नहीं बल्कि, एक लाख रुपये रिश्वत मांगी थी। पहली किस्त के रूप में उन्हें 50 हजार रुपये दिए गए थे। उन्हीं को लेते हुए वह ट्रैप हुई।
कोतवाली में पंजीकृत प्राथमिकी के अनुसार, राजकुमार ने एंटी करप्शन टीम को बताया कि उनके और सरिता वर्मा के पिछले करीब 32 वर्षों से घरेलू संबंध हैं। उन्होंने उनके रिश्तेदारों के कई निर्माण कार्य किए हैं। उनके से सरिता देवी के सगे नंदोई रामपाल कुश्वाहा का मकान व एक 400 वर्गगज का चंद्रगुप्त पुरम में मकान बनाने के बाद करीब डेढ़ लाख रुपये सरिता पर उधार है।
इसके बाद भी उन्होंने उनके स्कूल में निर्माण कार्य किया, जिसके एवज में उन्होंने तीन किस्तों में चार लाख रुपये डाले थे। रुपये खर्च होने के बाद भी उन्होंने पूर्व में कई बार में एक लाख रुपये रिश्वत ले ली थी। अब फिर से एक लाख रुपये रिश्वत मांग रही है। आरोप है कि उनका कहना है कि, स्कूल का निरीक्षण के लिए अधिकारी आएंगे। उन्हें भी रिश्वत देनी होगी। इसके बाद 50 हजार रुपये पहली किस्त पर बात हुई। तभी उन्होंने एंटी करप्शन टीम से मामले की शिकायत की। प्रधानाध्यापिका को जेल भेज दिया गया है।
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