यूपी के इस जिले में 30 KM लंबी एक और रिंग रोड का होगा निर्माण, किसानों को जमीन का दिया जा रहा बंपर मुआवजा
बरेली शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए रिंग रोड का निर्माण 31 अक्टूबर तक शुरू हो जाएगा। एनएचएआई ने तैयारी शुरू कर दी है और किसानों को मुआवजा वितरित किया जा रहा है। 2117 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस रोड के लिए 80% भूमि पर कब्जा लेने की तैयारी है। मार्ग में चार आरओबी और कई पुलों का निर्माण होगा।

कमलेश शर्मा, बरेली। शहर के लोगों को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए बहुप्रतीक्षित रिंग रोड का निर्माण इसी महीने 31 अक्टूबर तक शुरू हो जाएगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने तैयारी आरंभ कर दी है। अब तक किसानों को 375 करोड़ रुपये का मुआवजा वितरित किया जा चुका है। इस महीने 175 करोड़ रुपये और वितरित कर 80 प्रतिशत भूमि पर कब्जा ले लिया जाएगा।
लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे पर झुमका तिरहा से चौबारी होते हुए इन्वर्टिस विश्वविद्यालय के पास शाहजहांपुर रोड तक 2,117 करोड़ रुपये की लागत से 29.95 किमी का बनने वाले रिंग रोड का निर्माण इसी महीने शुरू कराने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। कार्यदायी संस्था ने दो महीना पहले से ही कैंप कार्यालय बनाकर निर्माण सामग्री एकत्रित करनी आरंभ कर दी थी, सितंबर में ही कार्य आरंभ होना था, लेकिन मुआवजा वितरित कर अपेक्षित भूमि पर कब्जा नहीं मिल पाने से कार्य आरंभ नहीं हो सका था।
रिंग रोड के लिए चयनित गांवों के किसानों में मुआवजा वितरित कर भूमि पर कब्जा लेने की प्रक्रिया सालभर से चल रही है। शुरूआत में गति बहुत धीमी रही, लेकिन पिछले तीन महीनों से इसमें तेजी आई है। 550 करोड़ रुपये का मुआवजा वितरित कर इसी महीने 80 प्रतिशत भूमि पर कब्जा लेने की तैयारी की गई है। अब तक 375 करोड़ का वितरण हुआ चुका है, जबकि इस महीने 175 करोड़ का वितरण किया जाना है।
11 गांवों के किसानों को एनएचएआइ, बदायूं के माध्यम से मुआवजा वितरण कराया जा रहा है। यह राशि 100 करोड़ से अधिक है। एनएचआइ ने आरपी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को ठेका दिया है। कार्यदायी संस्था ने कैंप कार्यालय बनाकर निर्माण सामग्री एकत्रित करने के साथ निर्माण में प्रयुक्त होने वाली मशीनें भी मंगानी शुरू कर दी है।
रिंग रोड मार्ग में चार आरओबी का होगा निर्माण
एनएचआइ के प्रोजेक्ट मैनेजर अश्वनी चौहान के अनुसार झुमका तिराहा के धंतिया गांव से रिंग रोड आरंभ हो रहा है, यहीं पर पहला फ्लाइओवर बनेगा। आगे बढ़ने पर रेलवे लाइन आ जा रही है जहां आरओबी का निर्माण कराया जाएगा। आगे बढ़ने पर दोबारा रेलवे लाइन आ रही है वहां भी आरओबी बनेगा। इसके आगे रामगंगा किनारे भी बरेली-कासगंज लाइन पर आरओबी प्रस्तावित है।
इन्वर्टिस के पास रिंग रोड को दिल्ली-लखनऊ हाईवे से मिलाने के लिए चौथे आरओबी का निर्माण कराने के लिए एस्टीमेट कार्ययोजना में सम्मिलित किया गया है। आरओबी के अलावा सात बड़े पुल और चार छोटे पुल बनवाने के लिए जगह चिह्नित की जा चुकी है। कई जगह सीसी रोड और खड़ंजा भी मार्ग में आ रहे हैं, इन्हें बंद नहीं किया जाएगा। ऊपर से पुल बनाकर रिंग रोड को आगे निकाला जाएगा।
एनएचआइ और परिवहन निगम की बनेगी संयुक्त कार्ययोजना
चौबारी पर रामगंगा किनारे परिवहन निगम का नया बस अड्डा भी प्रस्तावित है। गत दिनों हुई बैठक में मंडलायुक्त ने एनएचएआइ और परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार दोनों की संयुक्त कार्ययोजना बनाकर यहां कार्य कराया जाए ताकि बसों के संचालन और रिंग रोड पर वाहनों के आवागमन में कोई दिक्कत न आने पाए।
रिंग रोड निर्माण के लिए ठेकेदार से अनुबंध हो चुका है। चयनित भूमि के लिए किसानों को मुआवजा वितरण कराने के साथ कब्जा लिया जा रहा है। इस महीने 175 करोड़ का मुआवजा और वितरित कराकर 80 प्रतिशत तक जमीन पर कब्जा ले लिया जाएगा। इस महीने 31 अक्टूबर से पहले निर्माण शुरू करा दिया जाएगा। चौबारी पर प्रस्तावित रोडवेज बस अड्डा पर परिवहन निगम के अधिकारियों से समन्वय बनाकर संयुक्त कार्ययोजना तैयार की जाएगी।- नवरत्न, परियोजना निदेशक एनएचएआई
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