UP News: 'सद्भाव, एकाग्रता और एकत्रीकरण के केंद्र हैं मंदिर', बाराबंकी में बोले दत्तात्रेय होसबोले
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि मंदिर हमारी संस्कृति के आधार हैं जो सद्भाव और एकाग्रता को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने धर्म को सत्य करुणा शुचिता और तपस्या पर आधारित बताया। होसबोले ने आत्मनिर्भर भारत के लिए स्वदेशी उद्योगों को बढ़ावा देने की बात कही और नारायण सेवा संस्थान के कार्यों की सराहना की। उन्होंने धर्म के लिए धन के महत्व पर भी प्रकाश डाला।

जागरण संवाददाता, बाराबंकी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि मंदिर हमारी संस्कृति के आधार रहे हैं। मंदिरों से ही शिल्पकला का प्रसार हुआ और लोगों में सद्भाव, एकाग्रता और एकत्रीकरण का भाव जागृत होता है। वैदिक मंत्रों की ध्वनियों के बीच बरेठी में नवनिर्मित भगवान लक्ष्मी नारायण मंदिर का लोकार्पण करने के बाद वह समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने धर्म को सत्य, करुणा, शुचिता और तपस्या रूपी चार पैरों पर टिका होना बताया। बोले कि यह चारों जहां हैं, वहीं धर्म है। मनुष्य को नर के अंदर ही नारायण का भाव देखना चाहिए। सनातन धर्म में मंदिर की विशेषता बताते हुए सरकार्यवाह ने कहा कि मंदिर केवल पूजा की जगह न होकर सांस्कृतिक चेतना का स्रोत और अहंकार त्यागने का स्थान भी हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत की प्रशंसा करते हुए होसबोले ने कहा कि स्वदेशी, कुटीर तथा लघु उद्योगों को बढ़ावा देकर भारत का नवनिर्माण किया जा सकता है। संघ पहले से ही कुटीर और लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के साथ ही जैविक आधारित उद्योगों का पक्षधर रहा है।
उन्होंने नारायण सेवा संस्थान की प्रशंसा करते हुए कहा कि संस्थान लोगों में सांस्कृतिक चेतना के विकास के साथ ही महिलाओं को रोजगार से जोड़ रहा है। कबीरपंथी संत निष्ठा देव ने सनातन धर्म के मूल्यों व सिद्धांतों पर चर्चा की।
सेवानिवृत्त डीजीपी महेंद्र मोदी ने कहा कि मंदिर प्राचीन अर्थव्यवस्था का केंद्र रहे हैं। संस्थान के संस्थापक प्रभु नारायण, आइएएस अजय द्विवेदी व अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव ने भी समारोह को संबोधित किया। संस्थान की स्मारिका के विमोचन के साथ ही वेबसाइट की भी लांचिंग की गई।
इससे पहले आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक अनिल ने मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस मौके पर कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, राज्यमंत्री सतीश शर्मा, एससी-एसटी आयोग चेयरमैन बैजनाथ रावत, विधायक साकेंद्र वर्मा, दिनेश रावत, पूर्व सांसद उपेंद्र सिंह, एमएलसी अंगद सिंह, ट्रस्ट के नारायण शर्मा, प्रभुनारायण, सुधीर गुप्ता, केडी सिंह, आरपी सिंह, डीएम शशांक त्रिपाठी व एसपी अर्पित विजयवर्गीय मौजूद रहे।
धर्म के लिए धन की आवश्यकता पर दिया बल
सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि जीवन में अर्थ का महत्व है। धर्म के लिए धन की आवश्यकता होती है। जीवन और धन का संबंध नाव और पानी की तरह है। धन को कभी भी स्वयं पर हावी न होने दें।
पढ़ाई, दवाई और कमाई के लिए ही लोग गांवों को छोड़ते हैं। गांवों में इनकी सुविधा हो। भारत के नव निर्माण के कार्य केवल शहरों में ही नहीं, हर गांव-गली में लोगों की श्रद्धा, प्रतिभा, परिश्रम और अपनत्व से होने चाहिए।
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