11वीं की छात्रा को साइलेंट अटैक! क्लास में पढ़ाई के दौरान हो गई मौत; यूपी के इस जिले में एक महीने में दूसरा मामला
बाराबंकी के एक कॉलेज में 11वीं की छात्रा नंदिनी वर्मा कक्षा में पढ़ते समय अचानक बेहोश हो गई और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मृत्यु हो गई। आशंका है कि वह साइलेंट अटैक की शिकार हुई थी। एक महीने में यह दूसरी ऐसी घटना है जिससे कॉलेज में शोक की लहर है। परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए शव को गांव ले गए।

संवाद सूत्र, बाराबंकी। शहर के लखपेड़ाबाग स्थित प्रतिष्ठित कॉलेज की छात्रा नंदिनी वर्मा अचानक कक्षा में बेहोश हो गई। बमुश्किल 10 मिनट में स्कूल प्रशासन ने तत्काल उसे जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि छात्रा साइलेंट अटैक की शिकार हुई है। एक माह के अंदर शहर में ऐसी दूसरी घटना हुई है।
एक जुलाई को सेंट एंथोनी कॉलेज गेट पर छात्र अखिल की मृत्यु भी अचानक बेहोश होने के बाद हुई थी। उस घटना को लोग अभी तक भूल नहीं पाए थे कि शुक्रवार को छात्रा की मौत ने हर किसी को न केवल झकझोर दिया, बल्कि मंथन के लिए विवश कर दिया है। सहपाठी और शिक्षक स्तब्ध हैं। परिवारजन का करुण क्रंदन देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं।
घटना शुक्रवार को लगभग 11 बजकर 48 मिनट पर हुई। टिकैतनगर के नियामतगंत के रहने वाले राजितराम की 16 वर्षीय पुत्री नंदिनी वर्मा सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में कक्षा 11 की छात्रा थी। वह शहर के श्रावस्ती नगर में किराए के कमरे में अपनी दो बहनों सुधा व सविता के साथ रहकर पढ़ाई करती है। सुधा व सविता शहर के एक निजी संस्थान में कोचिंग करती हैं।
बताया जाता है कि नंदिनी सुबह तक पूरी तरह स्वस्थ थी और सामान्य रूप से कक्षा में पढ़ाई कर रही थी। कॉलेज के आचार्य आशीष सिंह ने बताया कि छात्रा ने लंच किया और लंच के बाद पांचवें पीरियड में पढ़ाई की और छठे पीरियड की शुरुआत होते ही अचानक बेहोश हो गई। सहपाठियों ने उसे संभाला और तत्काल शिक्षक उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। ट्रामा सेंटर में ईएमओ डॉ. अभिषेक प्रकाश ने छात्रा की दो बार ईसीजी कराई और सीपीआर भी दिया। फिर उन्होंने मृत घोषित कर दिया। मृतका की नाक से खून आ गया और मुंह से झाग भी निकलने लगा था।
प्रधानाचार्य शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि घटना से पांच मिनट पहले नंदिनी पूरी तरह से स्वस्थ दिख रही थी और अपने साथियों से बातचीत कर रही थी। वह कॉलेज की मेधावी छात्रा थी। हाईस्कूल परीक्षा परिणाम में उसने 87.66 प्रतिशत अंक हासिल कर कॉलेज की टॉप टेन सूची में स्थान बनाया था। सीएमएस डॉ. वीपी सिंह ने बताया कि छात्रा को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था। अस्पताल चौकी प्रभारी प्रदीप सिंह ने बताया कि मृतका के स्वजन ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। शव लेकर वह गांव चले गए।
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