प्रदेश में तेजी से बढ़ रहा है लंपी वायरस, बाराबंकी में संदिग्ध मामला मिलने से मचा हड़कंप
बाराबंकी में लंपी वायरस के खतरे को देखते हुए सीमावर्ती गांवों में टीकाकरण तेज कर दिया गया है। अमेठी में वायरस की पुष्टि होने के बाद जिले में रोकथाम के लिए गोट पाक्स वैक्सीन मंगवाई गई है। संदिग्ध लक्षणों वाले पशुओं को आइसोलेट किया जा रहा है और उनके नमूने जांच के लिए भेजे जा रहे हैं।

संवाद सूत्र, सुबेहा (बाराबंकी) अमेठी की सीमा पर स्थिति गांवों में तेजी के साथ टीकाकरण शुरू कर दिया गया है, क्योंकि अमेठी में लंपी वायरस की पुष्टि हो चुकी है। शुक्रवार को लंपी जैसे लक्षण एक पशु में दिखाई दिए। टीकाकरण करने के बाद बुखार उतारने की दवा देकर उसे आइसोलेट कर दिया गया है। जांच के लिए सैंपल बरेली भेजा गया है।
अयोध्या में 132, अंबेडकरनगर में 533, अमेठी में 201 और सुलतानपुर में 250 पशुओं में लंपी स्किन डिजीज वायरस की पुष्टि होने के बाद जिले में रोकथाम के लिए हरियाणा से गोट पाक्स वैक्सीन मंगवाई गई थी, जिसका टीकाकरण चल रहा है।
बाराबंकी में यह वायरस न फैले, इसके लिए अयोध्या मंडल के सभी जनपदों की सीमाओं पर टीकाकरण शुरू कर दिया गया है। अमेठी के निकट वाले क्षेत्र रामपुर मजरे जमीन हुसैनाबाद गांव में शुक्रवार को एक पशु में लंपी वायरस जैसे लक्षण दिखाई दिए हैं।
पशु चिकित्सक की टीम मौके पर पहुंची और गाय को अन्य पशुओं से पृथक कर आइसोलेट कर दिया है। उसका टीकाकरण और बुखार की दवाएं दी गईं। साथ ही, गांठों के नमूने लेकर बरेली जांच के लिए भेजा गया है।
वहीं, शुक्रवार सुबह पशुधन प्रसार अधिकारी शशि कपूर के साथ पशुमित्र अमित कुमार, सतेंद्र कुमार, सुनील यादव व अमन दीक्षित ने मिलकर शहरी इस्लामपुर व सिंधियावा ग्राम पंचायतों के लगभग 500 व रामपुर, नटवीरन, पूरेचौधरी, पूरेकाजी गांव में 114 पशुओं को टीकाकरण किया। पशुधन प्रसार अधिकारी ने बताया कि जिले के बार्डर के सभी गांवों में घर-घर जाकर टीकाकरण किया गया है।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अतुल अवस्थी ने बताया कि गाय में निकले गांठों का नमूना बरेली भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद लंपी वायरस की पुष्टि होगी। वैसे यह लंपी के लक्षण नहीं हैं।
गोशालाओं में अलग किए गए नर-मादा पशु
हरख के मिर्जापुर गोशाला में 100 नर व 110 मादा बेसहारा पशु हैं। यहां इन्हें अलग-अलग रखने के लिए बीच में दीवार का निर्माण करा दिया गया है। मानपुर गोशाला में पशुओं को अलग-अलग रखने का कार्य प्रगति पर है।
बहलोलपुर गोशाला में पशुओं को अलग-अलग रखने के प्रबंध किए गए हैं। पंचायत सचिव नवीन कुमार राय ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर गोशालाओं में पशुओं को अलग-अलग रखने की व्यवस्थाएं की गई हैं।
यह भी पढ़ें- तीन ब्लाकों में अवैध संचालित पाए गए 22 विद्यालय, रिपोर्ट के साथ जुर्माना जमा करने के निर्देश
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।