बाराबंकी के जमुरिया से अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन ने समय दिया था। हालांकि चेतावनी के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया। इसके चलते जुमरिया में बुलडोजर फिर गरजा। डीएम के निर्देश पर संयुक्त मजिस्ट्रेट एसडीएम नवाबगंज आर जगत साईं ने बुलडोजर भेजकर जमुरिया का प्रवाह बहाल कराया। अब यहां मानव जीवन के लिए लाभकारी नीम व जमुन के पौधे भी रोपे जाएंगे।
संवाद सूत्र, जागरण (बाराबंकी)। जमुरिया नदी में एमआरएलबी कालेज लखपेड़ाबाग के निकट जिस स्थान पर अतिक्रमण कई बार चेतावनी के बावजूद नहीं हटाया जा रहा था, वहां मंगलवार को बुलडोजर फिर गरजा। जमुरिया के प्रवाह में बाधा बना अतिक्रमण बुलडोजर से साफ कर दिया गया। दैनिक जागरण के मंगलवार के अंक में ‘प्रशासन को चुनौती दे रहे अतिक्रमणकारी’ शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई, जिसका संज्ञान डीएम सत्येंद्र कुमार ने लिया।
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डीएम के निर्देश पर संयुक्त मजिस्ट्रेट एसडीएम नवाबगंज आर जगत साईं ने बुलडोजर भेजकर जमुरिया का प्रवाह बहाल कराया। संयुक्त मजिस्ट्रेट ने बताया कि अब जमुरिया के प्रवाह क्षेत्र में 20 मीटर की परिधि में ऐसा कोई निर्माण नहीं बचा है, जिससे प्रवाह में बाधा आए। उन्होंने यह भी बताया कि जमुरिया के किनारे जितने भी घर बने हैं, उन सभी को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने शौचालयों के पाइप जमुरिया में न गिराएं।
इसके लिए सीवर टैंक बनवाएं। सफाई के बाद ऐसा नहीं होने दिया जाएगा, जो भी शौचालय की गंदगी गिराएगा, उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। संयुक्त मजिस्ट्रेट ने नगर वासियों से जमुरिया की स्वच्छता बनाए रखने में सहयोग की अपेक्षा भी की है।
उन्होंने कहा कि जमुरिया नदी में अतिक्रमण व गंदगी के कारण पिछले वर्ष बारिश में शहर में बाढ़ आ गई थी। 50 हजार से ज्यादा लोग घर छोड़ने को विवश हुए थे। करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ था। इसलिए जमुरिया में अब गंदगी नहीं डालने व अतिक्रमण मुक्त रखने की आवश्यकता है।
जमुरिया किनारे ट्रैक व पौधारोपण की तैयारी
नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी संजय कुमार शुक्ल ने बताया कि जमुरिया के दोनों छोर पर जहां मलबा व मिट्टी पड़ी है, उसे समतल करके पैदल आवागमन लायक ट्रैक बनाया जाएगा। मानव जीवन के लिए लाभकारी नीम व जमुन के पौधे भी रोपे जाएंगे जो नदी के जल को साफ रखने में भी सहायक होते हैं।
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