जालसाजों ने एमपी के व्यापारी से 8.50 लाख ठगे, बाराबंकी साइबर सेल की तत्परता से 4.50 बरामद हुए
बाराबंकी में साइबर अपराधियों ने मध्य प्रदेश के एक व्यापारी के खाते से 8.50 लाख रुपये ठग लिए। यह रकम एक महिला के खाते में ट्रांसफर हुई जिसमें से कुछ निकाली गई और कुछ आगे भेजी गई। मध्य प्रदेश पुलिस की सूचना पर बाराबंकी साइबर सेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 4.50 लाख रुपये बरामद किए और दंपती को हिरासत में लिया।

जागरण संवाददाता, बाराबंकी। साइबर अपराधियों ने मध्य प्रदेश के एक गल्ला व्यापारी के खाते से 8.50 लाख ठगकर बाराबंकी की एक महिला के खाते में ट्रांसफर करा दिए। 3.50 लाख रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दिया गया।
जबकि शेष नकद निकाल लिए गए। मध्य प्रदेश पुलिस से मिली सूचना पर बाराबंकी की साइबर टीम ने सक्रियता दिखाते हुए साढ़े चार लाख रुपये बरामद किए। एमपी पुलिस ने पीड़ित के साथ यहां पहुंचकर आरोपित दंपती से पूछताछ कर रुपये ले कब्जे में लिए।
मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले के सोहांगपुर थाना के सेमरी हरचंद निवासी गल्ला व्यवसायी हरीश महेश्वरी का आइसीआइसीआइ बैंक में श्री लक्ष्मी एग्रो ट्रेड के नाम से खाता है, जिसमें मेरे 8.59 लाख रुपये थे। 22 सितंबर 2025 को 11.30 बजे उनके मोबाइल पर फोन काल आया जिसने स्वयं को उपभोक्ता फोरम दिल्ली से संजीव बताते हुए झांसे में लिया और एक लिंक भेजा।
साइबर ठग के झांसे में आकर पीड़ित ने लिंक खोलते ही उनके खाते से पांच लाख रुपये कट गये इसके बाद 3.50 लाख रुपये निकल गए। पीड़ित ने अपनी बैंक शाखा जाकर खाता बंद कराया और आनलाइन शिकायत दर्ज कराई।
जहां पता चला कि व्यापारी का पैसा बाराबंकी के कोतवाली नगर की मुख्य बाजार में स्थित बैंक आफ इंडिया शाखा मिश्रा मार्केट में एक खाते में गया है। मध्य प्रदेश की पुलिस ने बाराबंकी साइबर थाना पुलिस से संपर्क किया। तत्काल सक्रिय हुई साइबर टीम ने बैंक और पीरबटावन निवासी खाता धारक नेहा सिंह पत्नी संदीप सिंह से संपर्क किया।
जिनसे पता चला कि खाते में आए रुपयों में 3.50 लाख रुपये साइबर ठग के बताए गए खाते में ट्रांसफर कर दिया गया। जबकि 50 हजार रुपये एटीएम से निकाला। यही नहीं शेष 4.50 लाख रुपये खाते से निकाल लिया। तत्काल खाता धारक के घर पहुंची साइबर टीम ने रुपये अपने कब्जे में लिए।
मंगलवार को मध्य प्रदेश पुलिस भुक्तभोगी व्यापारी के साथ कोतवाली पहुंचे। एमपी पुलिस के साथ साइबर टीम ने बैंक पहुंचकर जांच पड़ताल की और खाता धारक व उसके पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
टेलीग्राम के माध्यम साइबर ठग ने फंसाया
जांच में पता चला कि अपने नेहा के पति संदीप जो निजी नौकरी करते हैं, उनका साइबर फ्राड से टेलीग्राम पर संपर्क हुआ। साइबर फ्राड ने झांसे में लेकर उनके खाते में रुपये भेजकर एक प्रतिशत रुपये देने का लालच दिया। आर्थिक रूप से कमजोर संदीप ने लालच में आकर इस झांसे में फंस गए।
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