UP में फार्मासिस्ट की हत्या: जमीनी विवाद में बदमाशों ने लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मार डाला; 10 पर FIR
बाराबंकी के मसौली थाना क्षेत्र में एक फार्मासिस्ट सत्येंद्र कुमार विश्वकर्मा की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। आरोप है कि हमलावरों ने उन्हें डंडों से पीटा। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है जिसमें जमीन और क्लीनिक से जुड़ी रंजिश की आशंका जताई जा रही है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही है।

जागरण संवाददाता, बाराबंकी। क्लीनिक संचालक फार्मासिस्ट को शनिवार देर रात कुछ लोगों ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। बीच-बचाव करने वाले एक युवक को भी हमलावरों ने पीट डाला। हत्या के पीछे कई रंजिश बताई जा रही है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज व अन्य साक्ष्यों के आधार पर कई लोगों काे हिरासत में लिया है।
मसौली थाना के ग्राम डडियामऊ निवासी गंगा प्रसाद के 32 वर्षीय पुत्र सत्येंद्र कुमार विश्वकर्मा फार्मासिस्ट थे। मलौली गांव में संचालित क्लीनिक में वह अकसर रुकते भी थे। तीन मई की रात करीब साढ़े ग्यारह बजे वहां कुछ लोग पहुंचे और उन पर लाठी-डंडों से वार करने लगे।
बदमाशों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
सत्येंद्र अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे तो बदमाशों ने उन्हें दौड़ा कर कुछ दूरी पर स्थित विवेक चंद्र नाग के घर पर पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया। यह देख घर के बाहर निकले विवेक चंद्र ने हमलावरों का विरोध किया तो आरोपितों ने उन पर भी हमला कर पीट डाला। सनसनीखेज वारदात से गांव में दहशत फैल गई है।
मृतक के पिता ने बताया कि सत्येंद्र विश्वकर्मा पर तीन मई की रात करीब सवा ग्यारह बजे डडियामऊ गांव के ही राम आसरे के चार पुत्र लालबहादुर, नंद किशोर, संतलाल, राजेंद्र प्रसाद और लाल बहादुर के पुत्र अर्पित उर्फ कल्लू, संतलाल का पुत्र प्रदुम्न सहित जहांगीराबाद थाना के ग्राम इल्मासगंज निवासी अयोध्या प्रसाद की पुत्री नायरा, सहित राम विलास के दो पुत्र आकाश यादव, विवेक यादव आदि ने हमलाकर मरणासन्न कर दिया, जिसको जिला अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।
मामले में पुलिस ने दस नामजद सहित अन्य पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं सीसी फुटेज भी खंगाल रही है, जिससे अहम सुराग मिलने की बात कही जा रही है।
जमीन व क्लीनिक की थी रंजिश
मृतक की बहन संगीता ने बताया कि जहांगीराबाद की लड़की भाई की क्लीनिक पर सात हजार रुपये प्रति माह के वेतन पर नौकरी करती थी। मात्र 15 दिन काम करने के बाद वह पूरे माह का वेतन सहित अतिरिक्त रुपये लेकर चली गई। आरोप है कि वह भाई से शादी और क्लीनिक में साझेदारी का दबाव बना रही थी, लेकिन पिता ने मना कर दिया था।
इसके बाद उसने मलौली गांव में ही दूसरा क्लीनिक खोल दिया था। उसने कई बार देख लेने की धमकी भी दी थी। दो मई को भी सत्येंद्र ने मां से हत्या की धमकी मिलने की बात बताई थी। मृतक के पिता व बहन का कहना है कि गांव में लाेगो से जमीन की रंजिश भी चल रही थी।
जमीन व अन्य रंजिश के चलते सत्येंद्र की हत्या का आरोप लगा है। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही वारदात का राजफाश कर दिया जाएगा।
-विकास चंद्र त्रिपाठी, एएसपी-उत्तरी
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