एक दिन की DM बनी छात्रा ने SDM को मिला दिया फोन, कहा- एक समस्या है..., दिए ये निर्देश
मिशन शक्ति के तहत बाराबंकी में एक छात्रा को एक दिन के लिए डीएम बनाया गया। छात्रा आंचल वर्मा ने दो शिकायतों का निस्तारण किया जिसमें अनाथ बच्चों के लिए सरकारी मदद और परिक्रमा मार्ग पर अतिक्रमण का मामला शामिल था। उसने प्रशासनिक व्यवस्था को सराहा और इस अनुभव को आत्मविश्वास बढ़ाने वाला बताया। जिलाधिकारी ने इस पहल को छात्राओं के लिए प्रेरणादायक बताया।

संवाद सूत्र, बाराबंकी। हेलो! एसडीएम रामनगर बोल रही हैं। उधर से हां की आवाज आती है। इतने पर इधर से कहा जाता है, मैं डीएम आंचल वर्मा बोल रही हूं। एक समस्या के निस्तारण के लिए आपको फोन किया है। समस्या की एक प्रति आपको वाट्सएप की गई है। जल्द से जल्द इसका निस्तारण कराएं।
मिशन शक्ति के तहत मंगलवार को राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की कक्षा 12 की छात्रा आंचल वर्मा को एक दिन का डीएम बनाया गया है। जरहरा निवासी किसान की बेटी आंचल को डीएम शशांक त्रिपाठी ने जिलाधिकारी के काम और दायित्वों के विषय में जानकारी दी। इस दौरान एक दिन की डीएम ने दो शिकायतों का तत्काल निस्तारण किया। छात्रा ने डीएम के साथ कलेक्ट्रेट का निरीक्षण भी किया।
अनाथ बच्चों के नाम जमा हो सरकारी मदद
बिहार की तेतरा देवी पत्नी विरेंद्र शर्मा ने प्रभारी जिलाधिकारी के समक्ष अपनी पीड़ा रखते हुए बताया कि उनकी बेटी पिंकी की शादी बाराबंकी के रामनगर निवासी राजमल से हुई थी। घर में आग लगने से पिंकी व पति की मौत हो गई थी। सरकार से मिले 12.08 लाख रुपये मुआवजा में से नौ लाख रुपये बेटी के देवर अनूप कुमार ने हड़प लिए। तेतरा देवी ने गुहार लगाई कि पूरी राशि मृतक के नाबालिग बच्चों के नाम फिक्स करा दी जाए। आंचल ने एसडीएम रामनगर गुंजिता अग्रवाल से मोबाइल फोन पर वार्ता कर प्रकरण के विषय में अवगत कराया।
परिक्रमा मार्ग पर अतिक्रमण का मामला
रहीमाबाद के राम प्रताप ने बताया कि उनके गांव के मार्ग पर कुछ विपक्षियों ने अतिक्रमण कर आरसीसी के खंभे लगा दिए हैं और उस पर छत डालने की कोशिश कर रहे हैं। इससे मार्ग अवरुद्ध होने की आशंका है, जिस पर आंचल वर्मा ने एसडीएम नवाबगंज को जांच कर कार्रवाई करने के लिए पत्र पर लिखित रूप से निर्देशित किया
आंचल ने माना जिले के प्रशासनिक व्यवस्था अच्छी
मीडिया से बातचीत करते हुए आंचल वर्मा ने कहा कि वह जीवन में पहली बार जिलाधिकारी कार्यालय आईं और कार्यभार संभाला। यह अनुभव उनके आत्मविश्वास को बढ़ाता है। राज्य सरकार व स्थानीय प्रशासन के बेहतर प्रयासों से हमारे घर तक आने-जाने का रास्ता और मिलने वाले संसाधन सुधरे हैं। जिले की प्रशासनिक व्यवस्था अच्छी है। इस अनुभव से प्रेरणा मिली है कि वह आगे चलकर समाज के लिए बड़ी जिम्मेदारी निभा सकें।
मिशन शक्ति के तहत आंचल वर्मा को डीएम बनाया गया। शिकायतों के निस्तारण का तरीका और पत्रकारों के साथ जवाब, दोनों ही उनके आत्मविश्वास को दर्शा रहे थे। इस पहल से आंचल के साथ अन्य छात्राएं भी प्रेरित होंगी।- शशांक त्रिपाठी, जिलाधिकारी
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