बाराबंकी में घर के बंटवारे में हुआ विवाद, छोटे भाई की पीट-पीटकर हत्या में सात नामजद
Barabanki Crime: हमलावर दोनों भाई ही घर पर काबिज हैं। पुलिस ने सात लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर तीन को हिरासत में लिया है। ...और पढ़ें

उमा दत्त शंकर मिश्रा-कोतवाली नगर बाराबंकी
संवादसूत्र, जागरण, बाराबंकी : घर में बंटवारे में समुचित हिस्सा न मिलने की शिकायत तहसील दिवस और कोतवाली में करने वाले युवक की हत्या कर दी गई।
छोटे भाई के शिकायत करने से दोनों बड़े भाई इतना नाराज हुए की दोनों ने अपने पुत्रों के साथ मिलकर उसकी लाठी से पीट-पीटकर हत्या कर दी। हमलावर दोनों भाई ही घर पर काबिज हैं। पुलिस ने सात लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर तीन को हिरासत में लिया है।
कोतवाली नगर के बड़ेल निवासी उमा दत्त शंकर मिश्रा 25 दिसंबर की सुबह घर के बाहर झाड़ू लगा रहे थे, तभी वहां पहुंचे उनके बड़े भाई विजय शंकर मिश्रा, राम शंकर मिश्रा, भतीजे धर्मेंद्र मिश्रा, उपेंद्र मिश्रा, रुपेश और श्रवण मिश्रा ने उन पर लाठियों से हमला कर दिया।
जब तक परिवारजन पहुंचते और कुछ समझ पाते हमलावरों ने उमा दत्त को पीट-पीटकर मार डाला। घटना स्थल का जायजा लेकर पुलिस ने परिवारजन के बयान दर्ज किए। कोतवाल सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि मृतक के पुत्र आदर्श की तहरीर पर हमलावर सभी सात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
मकान बंटवारे को लेकर हत्या
उमाशंकर मिश्रा तीन भाई हैं, जिसमें विजय शंकर मिश्रा बड़े और रामशंकर मिश्रा मंझले है। इनके पिता ब्रह्म दत्त मिश्रा की एक वर्ष पहले बीमारी के कारण मौत हो गई थी। मृत्यु से पूर्व ब्रह्म दत्त ने तीनों पुत्रों के नाम जमीन की वसीयत कर दी थी, लेकिन घर का बंटवारा नहीं हुआ था।
घर पर विजय शंकर और राम शंकर का कब्जा था और उमाशंकर लगातार घर बंटवारे की मांग कर रहे थे। बंटवारे के लिए उमाशंकर ने 24 दिसंबर को नगर कोतवाली और तहसील दिवस में भी शिकायत की थी, जिस पर एक जनवरी 2026 को बंटवारे की तारीख तय हुई थी। इससे विजय शंकर और राम शंकर दोनों उमाशंकर से नाराज थे और उसकी हत्या कर दी।
पूजा पाठ करते थे उमाशंकर मिश्रा
उमाशंकर मिश्रा पुरोहित थे और घरों में पूजा पाठ का काम करते थे। उनके पुत्र आदर्श मिश्रा ने बताया कि पिता सुबह घर के बाहर झाड़ू लगा रहे थे तभी उन पर हमला हुआ। हम लोग पहुंचे तो हमको भी पीटकर घायल कर दिया, वहीं पिता की मृत्यु हो चुकी थी।

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