बांदा में मुठभेड़, 25 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार
बांदा में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद 25 हजार के इनामी बदमाश भानु प्रताप को गिरफ्तार किया है। भानु युवक के अपहरण के आरोप में फरार चल रहा था। मुठभेड़ जसपुरा के पास हुई, जिसमें भानु के पैर में गोली लगी। पुलिस ने उसके पास से तमंचा और नकदी बरामद की है। आरोपित पर पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।

जागरण संवाददाता, बांदा। युवक के अपहरण के आरोप में फरार चल रहे 25 हजार के इनामी मुख्य आरोपित को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। उसके बाएं पैर में गोली लगी है। घायल बदमाश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके कब्जे से तमंचा, कारतूस व नकदी मिली है।
आरोपित के विरुद्ध पहले से डकैती, लूट व अपहरण, गुंडा एक्ट समेत दस मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस बदमाश के तीन अन्य साथियों को पहले पकड़कर जेल भेज चुकी है।
इस जगह हुई मुठभेड़
जसपुरा से दो किलोमीटर दूर झंझरी रोड पर शनिवार देर रात पुलिस की अपहरण के मामले में फरार बदमाश भानू प्रताप निवासी ग्राम बहुंडरी से मुठभेड़ हो गई। उसके बाएं पैर में गोली लगने के बाद पुलिस ने भानू को गिरफ्तार कर लिया। घायल बदमाश को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। घटनास्थल से पुलिस ने आरोपित का तमंचा, दो खोखे व एक कारतूस के साथ 530 रुपये बरामद किए है। सीओ राजवीर सिंह ने फोरेंसिक टीम ने साथ साक्ष्य संकलित किए।
वांछित आरोपितों के खिलाफ चल रहा अभियान
एएसपी शिवराज ने बताया कि जिले में वांछित आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाया जा रहा है। दो सितंबर को आरोपित ने गौरीकला गांव में लगे मेले से शिवशंकर पाल के पुत्र का आपसी विवाद के बाद अपहरण कर लिया था। पिता ने तीन सितंबर को थाने में घटना की सूचना दी थी। जिसमें युवक को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर मुक्त कराते हुए तीन आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। जबकि मुख्य आरोपित भानू फरार चल रहा था। उसके ऊपर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था।
समर्पण करने को कहा तो कर दी फायरिंग
घटना के बाद से पुलिस फरार आरोपित की तलाश कर रही थी। रात में गश्त के दौरान जसपुरा थाना प्रभारी अनिल कुमार को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध युवक पैदल झंझरी गांव की ओर जा रहे हैं। इसमें भानू भी शामिल है। थाना प्रभारी ने एसआइ राजाराम, कांस्टेबल दिलीप कुमार, राहुल, गौरख प्रसाद व आनंद के साथ जाकर अपहरण के मुख्य आरोपित को समर्पण करने के लिए कहा, लेकिन आरोपित ने खुद को पुलिस टीम से घिरा देखकर तमंचे से फायर करना शुरू कर दिया।
बीच बचाव में फायरिंग
इससे पुलिस को भी अपने बचाव में फायरिंग करनी पड़ी। मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने इनामी अपहरण के मुख्य आरोपित को गिरफ्तार करने के लिए तीन राउंड गोली चलाई। वहीं इनामी बदमाश ने पुलिस पर दो राउंड फायर किया। गनीमत रही कि पुलिस कर्मी घायल होने से बच गए हैं।

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