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    UP TET Mandatory: टीईटी के विरोध में उतरे शिक्षक, तख्ती और बैनर लेकर काले कपड़े पहनकर किया प्रदर्शन

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 08:14 PM (IST)

    उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने शिक्षकों की सेवा शर्तों में बदलाव के विरोध में काला दिवस मनाया। शिक्षकों ने जीआइसी मैदान से कलेक्ट्रेट तक प्रदर्शन किया और सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने सरकार पर शिक्षक भर्ती नियमों की अनदेखी करने का आरोप लगाया और शिक्षक हितों की रक्षा के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ने की चेतावनी दी।

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    कलेक्ट्रेट में विरोध प्रर्दशन करने के दौरान शामिल जिले भर के शिक्षक। जागरण

    जागरण संवाददाता, बांदा। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की जिला इकाई के तत्वावधान में जिले भर के शिक्षकों ने काला दिवस मनाया। भारत सरकार द्वारा शिक्षकों की सेवा शर्तों में बदलाव करने व उसको बाध्यकारी किए जाने के विरोध में शिक्षकों का हुजूम जीआइसी मैदान से प्रर्दशन करते कलेक्ट्रेट पहुंचा। जहां प्रधानमंत्री का संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। इस दौरान शिक्षक नारेबाजी करतेे रहे।

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    जिले भर के शिक्षकों ने मंगलवार को काला दिवस के रूप में मनाया। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की जिला इकाई के तत्वावधान में जिलाध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी के नेतृत्व में हजारों की संख्या में काले कपड़े पहनकर शिक्षकों ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। इसके पहले शिक्षक जीआइसी मैदान में हजारों की संख्या में एकत्रित हुए। काले कपड़े पहने शिक्षक और शिक्षिकाओं ने हाथों में तख्ती और बैनर लेकर भारत सरकार द्वारा शिक्षकों की सेवा शर्तों में बदलाव किए जाने को गैर जरूरी बताया।

    कहा कि सुप्रीम कोर्ट के उत्तर प्रदेश की शिक्षक भर्ती नियमों को अनदेखा किया गया। जुलाई 2011 तक की नियुक्ति सभी शिक्षक खरा उतरे। निर्धारित अहर्ताओं के साथ परीक्षा पास कर शिक्षक बने है। सरकार ने समय-समय पर भर्ती के समय जो योग्यता और मापदंड निर्धारित किए, क्या पूर्व में भर्ती हुए शिक्षकों पर भी वह लागू होना चाहिए। यह अन्याय है। शिक्षक पात्रता परीक्षा टेट की नहीं सेवा शर्तों के साथ छेड़छाड़ की है, जो हमको नामंजूर है।

    उन्होंने कहा, शिक्षक आत्महत्या कर रहे हैं। भारत सरकार के अधीन 25 अगस्त 2010 व उत्तर प्रदेश सरकार के अधीन 29 जुलाई 2011 से पूर्व नियुक्त शिक्षकों को सेवा रत रहने या पदोन्नति करने के लिए टीईटी पास करना अनिवार्य नहीं है। इस संबंध में अलग से निर्णय लिए जाने की अपेक्षा की गई है। यह भी कहा कि शिक्षक हितों को नजरअंदाज किया जाएगा तो लखनऊ व दिल्ली भी कूच किया जाएगा। संगठन जमीन से लेकर न्यायालय तक हर स्तर की लड़ाई लड़ेगा। इस दौरान जिला मंत्री प्रजीत सिंह, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष रमाशंकर यादव, जिला कोषाध्यक्ष रामसुफल कश्यप समेत जिले भर के पदाधिकारी व शिक्षक रहे।

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