Navratri 2025: बांदा का खत्री पहाड़ विंध्यवासिनी मंदिर, यूपी-एमपी समेत दूर दराज से आते श्रद्धालु
गिरवां में नवरात्रि पर्व के लिए खत्री पहाड़ स्थित विंध्यवासिनी मंदिर में मेले की तैयारी पूरी हो चुकी है। मंदिर को सजाया गया है और श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। मेला समिति ने नौ दिनों के कार्यक्रमों की योजना बनाई है। सड़क की खराब हालत और अतिक्रमण के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी हो सकती है।

संवाद सूत्र, जागरण, गिरवां(बांदा)। Navratri 2025: नवरात्र पर्व शुरू होने वाला है। ऐसे में प्रमुख मंदिरों में रंग-रोगन के साथ सफाई व धुलाईै कर परिसर को चमकाया गया है। हर मंदिर की कमेटी ने पूरे नौ दिन के कार्यों का खाका तैयार किया है। अलग-अलग कार्यकर्ताओं को काम बांटा गया है। जिससे सब कुछ व्यवस्थित ढंग से चलता रहा। खासकर खत्री पहाड़ की विंध्यवासिनी मंदिर में भव्य मेले के आयोजन की तैयारी है। वहां यूपी व एमपी के अलावा दूर दराज के जनपदों से श्रद्धालु आकर हर वर्ष मां के दरबार में माथा टेकते हैं। इससे वहां की पूरी व्यवस्था को दुरुस्त किया गया है।
बुंदेलखंड का सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थल श्रीसिद्धिदात्री विंध्यवासिनी खत्री पहाड़ गिरवां का आश्विन नवरात्र मेला महोत्सव सोमवार से प्रारंभ होने जा रहा है। जिसकी तैयारियां मेला प्रबंध समिति की ओर की जा रही हैं । इस मेले में खासी भीड़ होती है। जिसमें उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के श्रद्धालुओं का आवागमन होता है। वहीं मेला समिति के लोगों ने नव दिवसीय मेलों के लिए काला जादू, नवदुषी, रामलीला आदि के आयोजनों की तैयारी की है। वहां आने- जाने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए पीने के पानी की व्यवस्था करने के साथ महिमा विंध्यवासिनी देवी की खत्री पहाड़ मंदिर का रंग रोगन आदि सभी तैयारियां अपनी आखिरी पड़ाव पूरी कर चुकी हैं। दुकानें भी अभी से सजने लगी हैं। जिनमें लोग जमकर खरीदारी करते हैं।
ये है मान्यता
बुंदेलखण्ड के बांदा जनपद के खत्री पहाड़ पर मां विंध्यवासिनी के विराजमान होने की पौराणिक मान्यता किंवदंती पर आधरित है। लोगों का मानना है कि भार सहन करने में असमर्थता जाहिर करने पर क्रोधित होकर देवी मां ने पहाड़ को कोढ़ी होने का श्राप दिया था। पहाड़ के उद्धार के लिए नवरात्र में देवी मां सिर्फ एक दिन ही यहां विराजमान होती हैं।
सड़क के गड्ढे व अतिक्रमण श्रद्धालुओं को देखा तकलीफ
मेला के अध्यक्ष आलोक तिवारी ने बताया कि गिरवां से खत्रीपहाड़ पांच किलोमीटर के मार्ग मैं जगह-जगह लोगों ने सड़क पटरियों में अवैध कब्जे कर लिए है। किसी ने मोरम डालकर उसको ऊंचा कर दिया है। कोई अपना पानी सड़क में बहा रहा है ।पीडब्ल्यूडी को इसकी कोई परवाह नहीं है ना ही कोई किसी को रोकने वाला है। ओवरलोडेड वाहनों की धमा चौकड़ी के चलते सड़क जगह-जगह गड्ढे में तब्दील हो गई है । सड़क से डामरीकरण का नामोनिशान मिट चुका है। खाली सड़क में धूल ही धूल और उखड़ी हुई गिट्टी ही नजर आती हैं। सड़क किनारे जिस किसी का घर होता है वह या तो सड़क किनारे बड़े-बड़े पत्थर रख देता है या पटरी में ऊंची कर मोंरग डलवा देता है। जिससे सड़क में वर्षा व सामान्य जल सड़क में भरता है और सड़क खराब होती है । इस मेले में भीड़ होती है अगर सड़क का निर्माण एवं पटरी का अतिक्रमण न सही हुआ तो श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा क्योंकि सड़क में गड्ढे हैं। इसके अलावा खत्री पहाड़ मार्ग में ही मोरंग के डंप की धमा चौकड़ी के चलते सड़क की पटरी पूर्णता ध्वस्त हो रही है। मन में भक्तों की इतनी श्रद्धा रहती है कि लोग अपने घरों से लेट कर मां के दरबार पहुंचते हैं अगर सड़क एवं पटरी का हाल यही रहा तो भक्तों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। क्षेत्रीय लोगों ने जिला प्रशासन से अभिलंब सड़क मरम्मतीकरण एवं पटरियों को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग की है। जिसमें प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया है। साथ ही अतिक्रमण हटाए जाने के निर्देश दिए हैं।
- मेले की तैयारी पूरी तरह हो चुकी है आने- जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए रुकने आदि के लिए कमेटी की तरफ से कमरे आदि की व्यवस्था भी की गई है। वहीं पीने के पानी आदि सभी व्यवस्थाएं पूरी तरह करवा दी गई हैं।
- विंध्यवासिनी खत्री पहाड़ देवी के मुख्य पुजारी पिंटू अवस्थी
मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है शासन प्रशासन को मेले की व्यवस्थाओं को लेकर भी अवगत करा दिया गया है वही अभी कुछ अतिक्रमण है जो साफ कराया जा रहा है।
- शालू शुक्ला मेला कमेटी के प्रबंधक
सुरक्षा की दृष्टि को लेकर सभी अधिकारियों को पत्र के माध्यम से सूचित किया गया है। उसमें यह भी दर्शाया गया है कि मेला प्रांगण में मेले में अव्यवस्था न हो इसके लिए प्रशासन नए पुलिसकर्मी और कुछ नए दारोगाओं की नियुक्ति करें। ताकि मेले को सुचारू रूप से चलाया जाए और किसी भी दर्शनार्थियों को किसी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न न हो।
आलोक तिवारी कमेटी के अध्यक्ष मां विंध्यवासिनी देवी खत्री पहाड़
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