बांदा के कालिंजर दुर्ग में पत्थर गिरने से छह श्रद्धालु घायल, कार्तिक मेले के बीच मची अफरातफरी
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में कालिंजर दुर्ग के भीतर पत्थर गिरने से छह श्रद्धालु घायल हो गए। घटना के बाद दुर्ग में अफरा-तफरी मच गई। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। श्रद्धालुओं में दहशत का माहौल है।

कालिंजर दुर्ग के मंदिर परिसर में दोपहर दो बजे श्रद्धालुओं की जुटी भीड़। जागरण
जागरण संवाददाता, बांदा। कालिंजर दुर्ग स्थित किले में बुधवार को शाम चट्टानों से पत्थर गिरने के कारण छह श्रद्धालु घायल हो गए। घायलों को तत्काल एंबुलेंस के जरिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। जहां इलाज के दौरान गंभीर रूप से घायल एक श्रद्धालु को राजकीय मेडिकल कालेज के लिए रेफर किया गया है।
पांच दिवसीय लगने वाले कार्तिक मेले में घूमने आए मेलार्थी किले के ऊपर बालखंडेश्वर पर गए थे। शाम पांच बजे के करीब यहां पर चट्टानों से एक बड़ा पत्थर नीचे आ गिरा। वहां मौजूद रहे श्रद्धालु इस पत्थर के चपेट में आ गए। पत्थर करीब तीस किलोग्राम का रहा । हादसे के दौरान पत्थर मध्यप्रदेश के पन्ना जनपद स्थित थाना अजयगढ़ के गुठला गांव निवासी 23 वर्षीय भरत लाल पाल के दोनों पैरों को रौंदते हुए गहराई में चला गया।
हादसे के दौरान चपेट में आए 18 वर्षीय मनीष पाल, हनुमानपुरा थाना पहाड़ीखेरा जिला पन्ना निवासी 40 वर्षीय कृष्णा अहिरवार , एक वर्षीय अभिनव समेत छह लोग घायल हो गए। इनमें तीन लोगों को मामूली चोटें आईं। घाायल सभी लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कालिंजर भेजा गया। इस दौरान गंभीर रूप से घायल हुए भरत लाल पाल को राजकीय मेडिकल कालेज के लिए रेफर किया गया। एसडीएम अमित शुक्ल ने बताया कि पत्थर गिरने से लोगों को चोटें आई हैं। एक श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए थे। उन्हें राजकीय मेडिकल कालेज भेजा गया है।
कार्तिक पूर्णिमा पर अजेय कालिंजर दुर्ग में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
बुंदेलखंड के मशहूर मेलों में शामिल पांच दिवसीय कार्तिक पूर्णिमा मेला का ऐतिहासिक कालिंजर दुर्ग में आगाज हो गया। पहले दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की आमद रही। मेले में बड़ी संख्या में सीमावर्ती मध्य प्रदेश के श्रद्धालु भी शामिल रहे। आस्थावानों ने दुर्ग स्थित बुड्ढा-बुड्ढी, रामकटोरा और कोटितीर्थ तालाबों में डुबकी लगाकर भगवान नीलकंठ के दर्शन किए। अजेय दुर्ग कालिंजर में कार्तिक पूर्णिमा मेला महोत्सव के पहले दिन बुधवार को भारी भीड़ रही। सीमावर्ती राज्य मध्य प्रदेश से सटे होने के कारण यहां जनपद समेत पन्ना, छतरपुर, अजयगढ़, चंदला, चित्रकूट समेत आसपास के अन्य जिलों से श्रद्धालु कालिंजर दुर्ग पहुंचे।
भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय के जन्मोत्सव पर लगता मेला
प्राचीन कालिंजर दुर्ग में यह मेला भगवान शंकर के पुत्र कार्तिकेय के जन्मोत्सव पर लगता चला आ रहा है। पुरानी परंपरा के तहत इस मेले पर यह महोत्सव जिला प्रशासन द्वारा बीते कई वर्षों से आयोजित किया जा रहा है। मेला कमेटी के अध्यक्ष दयाराम सोनकर ने बताया मेले में सभी व्यवस्थाएं पहले ही पूरी कर ली गई थीं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पन्ना रोड, सतना रोड, चित्रकूट रोड एवं किला रोड पर बैरियर लगाए गए हैं। मेला परिसर में तकरीबन दो किलोमीटर दूरी से सुरक्षा के व्यापक पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जगह-जगह पर पुलिस फोर्स तैनात है।

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