Updated: Fri, 26 Sep 2025 09:49 PM (IST)
सीतापुर में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में हुई घटना के बाद शिक्षकों में गुस्सा है। विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने बैठक करके घटना की निंदा की और मुख्यमंत्री से बीएसए को निलंबित करने की मांग की है। संगठन ने न्यायिक जांच की भी मांग की है ताकि मामले की सच्चाई सामने आ सके और दोषियों पर कार्रवाई हो।
जागरण संवाददाता, बलरामपुर। सीतापुर में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में हुई घटना में एकतरफा कार्रवाई से शिक्षकों में असंतोष है। विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने नार्मल स्कूल में बैठक कर मामले की निंदा की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सीतापुर के बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह को भी निलंबित किए जाने व मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
संगठन के प्रदेश महासचिव दिलीप चौहान ने बताया कि सीतापुर के बीएसए कार्यालय में हुई मारपीट के मामले में शिक्षक बृजेंद्र वर्मा पर एकतरफा कार्रवाई की गई है। विभागीय जांच के लिए कमेटी गठित की गई है, जिसमें न्याय मिलने की उम्मीद बहुत कम है। कारण, वहां के बीएसए भी रसूखदार व्यक्ति हैं। ऐसे में विभागीय जांच प्रभावित हो सकती है।
जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार शुक्ल ने कहा कि शिक्षक बृजेंद्र वर्मा और बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह के बीच बातचीत के आडियो समेत अन्य प्रकार के फोटो व वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि शिक्षक अकेले दोषी नहीं हैं।
शिक्षक के बीएसए कार्यालय में आने और घटना के बाद का वीडियो फुटेज भी सार्वजनिक किया जाए, जिससे यह साफ हो सके कि आखिर एक शिक्षक को ऐसा कदम उठाने के लिए क्यों मजबूर होना पड़ा। जिला महामंत्री तुलाराम गिरि ने कहा कि संगठन मुख्यमंत्री से मांग करता है कि बीएसए सीतापुर को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए न्यायिक जांच के आदेश दिए जाएं।
दोषियों को चिन्हित कर उचित कार्रवाई की जाए, जिससे भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न होने पाए। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष डा. विकास कांत पांडेय, यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष बलवीर सिंह, सुभाष चंद्र मिश्र, विजेंद्र दुबे, रितेश अवस्थी, दिनेश कुमार, रामानुज वर्मा, निर्मल कुमार द्विवेदी उपस्थित रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।