OLX से जाल में फंसाकर भाजपा नेता और सहयोगी की हत्या, राजस्थान में जखराना की पहाड़ियों में बनाया बंधक
उत्तर प्रदेश के बलिया में भाजपा नेता अशोक सिंह और उनके सहयोगी की हत्या का खुलासा हुआ। राजस्थान पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ओएलएक्स पर जनरेटर बेचने का विज्ञापन देकर आरोपियों ने अशोक सिंह को फंसाया और अपहरण कर लिया। सात लाख निकलवाने के बाद अन्य खातों की जानकारी न देने पर हत्या कर दी।

सहयोगी, जागरण, भिवाड़ी/बलिया। उत्तर प्रदेश में बलिया के भाजपा नेता अशोक सिंह व उनके मैकेनिक विकास कुमार की हत्या के मामले का पर्दाफाश हो गया है। राजस्थान पुलिस ने हत्याकांड में शामिल छह आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
शुरुआती पूछताछ के बाद पता चला कि आरोपितों ने ओएलएक्स पर जनरेटर बेचने का विज्ञापन डालकर भाजपा नेता को जाल में फंसाया और फिर उन्हें बुलाकर अपहरण कर लिया। आरोपितों ने सात लाख उनके खाते से निकलवाने के बाद जब अशोक सिंह ने अन्य खातों की जानकारी नहीं दी तो उनकी व सहयोगी की गला दबाकर हत्या कर दी गई और उनके शव 50 किलोमीटर दूर शाहजहांपुर एरिया में अलग-अलग कुएं में फेंक दिया।
पकड़े गए आरोपितों का लंबा चौड़ा आपराधिक रिकार्ड मिला है, लेकिन पूछताछ में इस तरह की हत्या पहली बार करने की बात कबूल की है। गिरफ्तार आरोपितों में बहरोड़ सदर के गांव जखराना के रहने वाले अजीत उर्फ दाना यादव, जटगांवड़ा के रहने वाले इंद्रजीत उर्फ कोतवाल यादव, शाहजहांपुर के रहने वाले राकेश उर्फ टकली यादव, रायसराना के रहने वाले नरवीर यादव, गुवाना के रहने वाले मंजीत यादव और नितिन उर्फ खोटा यादव शामिल हैं। वारदात में इस्तेमाल की गई बोलेरो गाड़ी भी पुलिस ने जब्त कर लिया है।
पहले जयपुर, फिर बुलाया नारनौल, वहां लिए साथ : बता दें कि उत्तर प्रदेश के बलिया में अघेला गांव के रहने वाले भाजपा नेता एवं बाइक एजेंसी संचालक 53 वर्षीय अशोक सिंह को जनरेटर की जरूरत थी। ओएलएक्स पर विज्ञापन देखकर 16 सितंबर को बहरोड क्षेत्र के कुछ लोगों से नौ लाख कीमत का जनरेटर साढ़े तीन लाख रुपये में देने की डील हुई थी। आनलाइन डील होने के बाद आरोपितों ने अशोक सिंह को 19 सितंबर को जयपुर बुलाया। फिर 20 सितंबर को नारनौल बुलाया।
नारनौल से मंजीत व नितिन बोलेरो गाड़ी में दोनों को बिठाकर ले गए और राजस्थान व हरियाणा सीमा पर आरोपित अजीत उर्फ दाना, इंद्रजीत उर्फ कोतवाल, राकेश, नरवीर और अन्य बदमाश बोलेरो व कैंपर गाड़ी से मिले। इसके बाद दोनों को बंधक बनाकर जखराना की पहाड़ियों में ले गए और डरा-धमकाकर बैंक खातों से रुपये निकलवाने का दबाव बनाया। व्यापारी अशोक सिंह के मोबाइल और एटीएम कार्ड लेकर बदमाशों ने अपने साथियों को गुरुग्राम भेजा, जहां उनके खातों से सात लाख रुपये निकाले गए।
इनमें कुछ नकद तो बाकी अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर लिए गए। अशोक सिंह ने अन्य खाते का पासवर्ड और यूजर आईडी बताने से इंकार किया, तो आरोपियों ने 21 सितंबर की सुबह करीब ढाई बजे दोनों की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद पहचान छिपाने के लिए शवों को 50 किलोमीटर दूर शाहजहांपुर इलाके में दो अलग-अलग कुओं में फेंक दिया।
पहले भी हत्या जैसे संगीन वारदातों में शामिल रहे आरोपित
आरोपित अजीत यादव उर्फ दाना बहरोड़ सदर थाना का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ हत्या सहित अलग-अलग नौ मुकदमे दर्ज हैं। इंद्रजीत यादव उर्फ कोतवाल पर बहरोड़ और मांढण थाने में हत्या सहित नौ गंभीर मामले दर्ज हैं। राकेश यादव पर चार और मंजीत यादव पर नारनौल थाने में कई मामले दर्ज हैं। पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर वारदात में शामिल अन्य फरार बदमाशों की तलाश कर रही है।
पकड़े गए आरोपितों पर एक लाख 10 हजार का इनाम रखा गया था। आरोपितों का आपराधिक रिकार्ड जरूर मिला है, लेकिन ओएलएक्स के जरिये इस तरह की हत्या को आरोपितों ने पहली बार अंजाम दिया है। इस तरह का आइडिया कैसे आया इसको लेकर आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।
- मनोहरलाल मीणा, थाना प्रभारी, शहाजहांपुर।
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