मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा, स्वयं को वरमाला डाल रही थी युवतियां; नाबालिग को बनाया दुल्हन
गरीब परिवार की कन्याओं के विवाह के लिए उत्तर प्रदेश में शुरू मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़े पर लगाम नहीं लग पा रही है। ताजा मामला बलिया जिले में सामने आया है। विकास खंड मनियर में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में बिना वर के कन्याओं के खुद उनके गले में वरमाला डालने के वीडियो ने इंटरनेट मीडिया पर हर किसी को हैरान किया।
जागरण संवाददाता, बलिया। गरीब परिवार की कन्याओं के विवाह के लिए उत्तर प्रदेश में शुरू मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़े पर लगाम नहीं लग पा रही है। ताजा मामला बलिया जिले में सामने आया है। विकास खंड मनियर में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में बिना वर के कन्याओं के खुद उनके गले में वरमाला डालने के वीडियो ने इंटरनेट मीडिया पर हर किसी को हैरान किया।
अब इस मामले की शुरुआती जांच में ही मिली हकीकत चौंका रही है। विवाह समारोह में विवाहितों के साथ ही नाबालिग लड़की को भी दुल्हन बना दिया गया।
डीएम रवींद्र कुमार के निर्देश पर बनी तीन अधिकारियों की टीम की जांच रिपोर्ट पर जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपक श्रीवास्तव ने सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण सुनील कुमार यादव के साथ ही अपात्र मिले आठ लाभार्थियों पर जालसाजी का मुकदमा मनियर थाने में दर्ज कराया है।
जांच के लिए 20 अधिकारियों की गठित की गई टीम
सुनील कुमार को निलंबित करने की संस्तुति भी की गई है। इसके साथ ही अन्य ब्लाकों में भी योजना का लाभ लेने वालों की जांच के लिए 20 अधिकारियों की टीम गठित कर दी गई है, जो घर-घर जाकर सत्यापन कर रही है।
विकास खंड मनियर में 25 जनवरी को आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में 545 कन्याओं का विवाह संपन्न हुआ था। आयोजन के दिन से ही इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो प्रसारित हुआ था, जिसमें कई युवतियां स्वयं ही वरमाला अपने गले में डालती दिख रही थीं। उनके सामने वर के रूप में भी कोई नहीं था।
जब मामले ने तूल पकड़ा और आयोजन में धांधली की शिकायत मनियर प्रधान संघ के अध्यक्ष सत्येंद्र पाठक ने की, तब प्रशासन ने जांच कराई।
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