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    नए साल में यूपी को मिलेगा नया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे, बिहार तक कनेक्टिविटी... पूर्वांचल के जिलों को होगा सीधा फायदा

    Updated: Wed, 31 Dec 2025 03:47 PM (IST)

    बलिया में नए साल में विकास की कई परियोजनाएं गति पकड़ेंगी। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे गाजीपुर से बलिया होते हुए बिहार तक कनेक्टिविटी बढ़ाएगा, जिससे पूर्व ...और पढ़ें

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    प्रतीकात्मक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, बलिया।  प्रदेश के पूरब छोर पर स्थित जिलों में बदहाली, गरीबी व अति पिछड़ेपन का मुद्दा हर समय उठते रहता है। सड़क के मामले में यह क्षेत्र लंबे समय से उपेक्षित रहा है, लेकिन गाजीपुर से बलिया ही नहीं बिहार की सीमा तक बनने वाला नया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे पूरब के जिलों के लिए तरक्की नया पथ होगा।

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    इस एक्सप्रेस से न सिर्फ यूपी बल्कि बिहार के लोगों की कनेक्टिविटी भी ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के माध्यम से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से हो जाएगी। रोजगार का नया मार्ग मिलेगा। देश की अर्थव्यवस्था में सिरमौर बनने के लिए यह एक्सप्रेस-वे वरदान साबित होगा। पूर्वी उत्तर प्रदेश को बिहार के छपरा-पटना एवं बक्सर से बेहतर कनेक्टिविटी होगी।

    एनएच-29 पर हृदयपुर गांव के पास शुरू हो रही यह परियोजना छपरा-मांझी एनएच-19 को क्रास कर नया रिविलगंज बाईपास पर बिहार सीमा में जाकर समाप्त हो रही है। प्रोजेक्ट कारिडोर की कुल लंबाई 134.300 किमी है। परियोजना का बजट 5320 करोड़ रुपये है। परियोजना निदेशक एसके पाठक ने बताया कि साल के अंत तक परियोजना को पूर्ण कर दिया जाएगा।

    नए साल में 4.37 लाख परिवार को मिलेगा शोधित
    3335 करोड़ की लागत से जल जीवन मिशन के तहत जिले में 4.37 लाख परिवार को हर घर जल योजना से जोड़ने की कवायद चल रही है। इसके तहत गंगा और सरयू का शोधित पानी पिलाने की योजना पर काम चल रहा है। इसके तहत जिले में तीन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जा रहे हैं।

    गांवों में पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है। इस परियोजना का शिलान्यास 21 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जयप्रकाश नगर में किए थे। इस प्राेजेक्ट को तीन फेज में बांटा गया है। बेलहरी, हनुमानगंज और मनियर में प्रस्तावित डब्ल्यूटीपी 449 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) पानी शोधित करेंगे। इन प्लांटों को पेयजल टंकियों से जोड़ा जा रहा है। जल निगम ग्रामीण के अधिशासी अभियंता ने बताया कि परियोजना का सभी स्थानों पर कार्य तेजी से चल रहा है।

    एक करोड़ से अधिक धनराशि की 113 भी होंगी पूर्ण
    जनपद में एक करोड़ से ऊपर की 354 परियोजनाओं में 113 बड़़ी परियोजनाएं वर्ष 2025 में पूर्ण नहीं हो सकी हैं। इसमें उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लिमिटेड की 28 में चार अपूर्ण हैं। लोक निर्माण विभाग की 94 परियोजनाओं में 28 अधूरी पड़ी हैं। सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की 57 में नौ अपूर्ण हैं।

    उत्तर प्रदेश जल निगम की छह बड़ी परियोजनाओं में पांच अपूर्ण हैं। उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम की 13 परियोजनाओं में तीन अधूरी पड़ी हैं। उत्तर प्रदेश पर्यटन विकास निगम की 13 में आठ परियोजनाएं अधूरी पड़ी है। इस तरह से अन्य विभागों की परियोजनाएं भी अधूरी पड़ी हैं। सभी परियोजनाओं को पूर्ण करने की चुनाैती नए वर्ष में होगी।

    100 बेड के दो अस्पतालों में बढ़ेंगी सुविधाएं
    बैरिया क्षेत्र के सोनबरसा में 100 बेड के संयुक्त राजकीय अस्पताल का भवन तैयार हो चुका है। निर्माण निगम की अवर अभियन्ता गोविंद कुमार का कहना है कि जल्द ही भवन हैंडओवर होगा। अस्पताल में तैनात 29 चिकित्साधिकारियों व 72 से अधिक चिकित्साकर्मियों की तैनाती हुई थी, लेकिन संचालन नहीं होने के चलते सभी ने अपना अपना अटैचमेंट दूसरे अस्पतालों में करा लिया है।

    मरीज पुराने अस्पताल में ही अपना उपचार करा रहे हैं। जयप्रकाश नगर के प्रभावती देवी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को भी 100 बेड के अस्पताल का दर्जा दे दिया गया है। यहां भी विभाग की ओर से अभी संसाधन नहीं दिए गए हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. संजीव वर्मन ने बताया कि नए वर्ष में दोनों अस्पतालों का संचालन 100 बेड के रूप में होने लगेगा। इसकी व्यवस्था की जा रही है।