तीन साल के बच्चे को जबड़े में दबोचकर गन्ने के खेत में उठा ले गया भेड़िया, मौत के मुंह से इस तरह खींच लाए लोग
बहराइच में भेड़िए का आतंक जारी है। मंगलवार को एक तीन वर्षीय बच्चे को भेड़िया उठा ले गया लेकिन ग्रामीणों ने पीछा करके बच्चे को सकुशल बचा लिया। इस दौरान सात लोग घायल हो गए। नौ सितंबर से अब तक भेड़िए के हमले में दो बच्चों की मौत हो चुकी है जबकि 17 लोग घायल हुए हैं। बीते वर्ष भी भेड़िए के हमले में कई लोगों की जान गई थी।

जागरण संवाददाता, बहराइच। भेड़िए का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को एक बार फिर तीन वर्षीय बच्चे को भेड़िया उठा ले गया। ग्रामीणों ने साहस का परिचय देते हुए उसका पीछा किया और घेराबंदी कर बच्चे को सकुशल बचा लिया। इस दौरान सात लोग घायल भी हुए हैं। घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत है। नौ सितंबर से भेड़िए के हमले में अब तक दो बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि एक का पता नहीं चल पाया है। 17 लोग घायल भी हो चुके हैं।
कैसरगंज रेंज में घर के आंगन में खेल रहे शोभाराम के तीन वर्षीय पुत्र प्रिंस को जबड़े में दबोचकर भेड़िया भाग निकला। परिवारजन के शोर मचाने पर एकत्र हुए ग्रामीणों ने पीछा किया तो वह गन्ने के खेत में घुस गया। ग्रामीणों ने खेत की घेराबंदी की। टोली बनाकर जब भीड़ खेत में घुसी तो भेड़िया ग्रामीणों को देखकर सहम गया और उन्होंने बच्चे को उससे छुड़ा लिया, लेकिन भेड़िया भाग निकला। गंभीर हालत में बच्चे को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अन्य सात घायलों को सीएचसी कैसरगंज में भर्ती कराया गया है।
बीते वर्ष भेड़िए के हमले में महिला समेत 11 बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हुए थे। एक बार फिर लगातार हो रही घटनाओं के बाद अब ग्रामीण सहमे हुए हैं और वे बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। वन विभाग की नाकामी को देखकर अब ग्रामीण टोली बनाकर स्वयं गांव में पहरेदारी कर रहे हैं। डीएफओ रामसिंह यादव ने बताया कि 32 टीमें लगातार भेड़िया प्रभावित क्षेत्र में कांबिंग कर रही हैं। जल्द ही भेड़िए को पकड़ लिया जाएगा।
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