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    बंद फर्मों के नाम कोडीन सीरप की बिक्री का बना दिया बिल, संचालकों की तलाश कर रही औषधि विभाग की टीम

    Updated: Tue, 30 Dec 2025 03:58 PM (IST)

    कानपुर से आई 50 हजार कोडीन सीरप की तलाश में बहराइच औषधि विभाग को एक नया फर्जीवाड़ा मिला है। शहर के अग्रवाल मेडिकल स्टोर ने बंद फर्मों के नाम पर सीरप क ...और पढ़ें

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    बंद फर्मों के नाम कोडीन सीरप की बिक्री का बना दिया बिल।

    जागरण संवाददाता, बहराइच। जिले में कानपुर से 50 हजार आई कोडीन सीरप की तलाश औषधि विभाग की टीम कर रही है। इस बीच एक नया खेल सामने आया है। शहर के मेडिकल स्टोर संचालक ने बंद फर्मों के नाम फर्जी बिल बना दी है। अब उनकी तलाश विभागीय टीम कर रही है। कोई मुंबई में दूसरी नौकरी कर रहा है तो किसी ने सीरप ही नहीं ली। इसकी जानकारी होने पर सभी ने कार्यालय में साक्ष्य दिए हैं।

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    प्रदेश सरकार के रोक के बावजूद काेडीन व कोडीन युक्त सीरप बिना चिकित्सक के सलाह के काफी मात्रा में बिक्री कर दी गई है। इसकी जांच होने पर नित नए मामले सामने आ रहे हैं। सबसे बड़ा मामला दरगाह इलाके के मुहल्ला गुलामअलीपुरा में संचालित अग्रवाल मेडिकल स्टोर का आया है।

    यहां पर हजारों की संख्या में आई कोडीन सीरप बंद फर्मों के नाम बेच दी गई है। इनमें एक शहर निवासी फर्म को दिखाया गया है। जबकि दूसरा नवाबगंज इलाके में स्थित मेडिकल स्टोर को दिखाया गया है।

    शहर में संचालित फर्म 10 वर्ष पहले ही बंद हो चुकी है। विभागीय अधिकारी नोटिस देने के लिए संबंधित की तलाश कर रहे हैं। इसकी भनक फर्म संचालक को लगी तो उन्होंने इसे जिला औषधि कार्यालय से खेल होना बताया। उनका कहना है कि शहर के मेडिकल स्टोर संचालक को बचाने के लिए बंद फर्मो के नाम बिल बनाया जा रहा है।

    एक दिन में बनाए तीन बिल

    नवाबगंज कस्बे में वर्मा फार्मेसी के नाम एक दिन में 17560 कोडीन सीरप बिक्री करने का बिल बनाया गया है। संचालक शैंपी चौधरी ने शपथ पत्र देकर सीरप खरीदने से इंकार किया। साथ ही एसपी को शिकायती पत्र देकर बिल बनाने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।

    शहर के कटी निवासी एसएम सिंह के बेटे द्वारा मेडिकल स्टोर का संचालन 10 वर्ष पूर्व किया जाता था। वह फर्म बंद कर मुंबई में नौकरी कर रहे है। उनके नाम भी बिल बना दिए गए।

    कुछ फर्म संचालकों के नाम बिल बनाए गए हैं, जिसकी नोटिस तैयार हुई है। उनके द्वारा दवा न खरीद किए जाने की जानकारी दी गई है। जांच चल रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।