बहराइच हिंसा से 85 दिनों में ही उजड़ गया सुहाग, रामगोपाल की विधवा पत्नी ने कहा- दोषियों को फांसी होनी चाहिए
उत्तर प्रदेश के बहराइच में हिंसा के चलते रामगोपाल की हत्या हो गई, जिससे उनकी पत्नी विधवा हो गईं। 85 दिनों में ही उनका सुहाग उजड़ गया। रामगोपाल की विधव ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, बहराइच। महाराजगंज हिंसा में जान गंवाने वाले युवक की पत्नी ने घटना में शामिल आरोपितों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की है। एक साल बाद न्यायालय के आए फैसले पर वह कुछ हद तक संतुष्ट तो हैं, लेकिन जो लोग बरी कर दिए गए हैं, उन पर भी कार्रवाई की मांग वह कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें देश की न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है।
रामगांव इलाके के ग्रामपंचायत रेहुआ मंसूर के खुशलीपुरवा निवासी रोली मिश्रा का विवाह 20 जुलाई 2024 को रामगोपाल मिश्र के साथ हुई थी। जीवन में कई सपने संजोए रोली को पता भी नहीं था कि वह चंद महीनों में ही विधवा हो जाएगी।
वह कहती हैं कि उन्हें आज भी वह दिन याद है जब हंसते हुए पति को विसर्जन जुलूस में जाते हुए देखा था, लेकिन उन्हें क्या पता था कि कुछ ही घंटों बाद उनका शव घर पहुंचेगा। घटना को याद कर आज भी वह सिहर जाती हैं।
मंगलवार को जब न्यायालय ने 10 लोगों को दोष सिद्ध किया तो इसकी जानकारी पाकर उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा कि पति के हत्यारों को सजा जरूर मिलेगी। उन्होंने सभी दोषियों को फांसी दिए जाने की मांग की है।
यही नहीं, घटना में शामिल जिन लोगों को साक्ष्यों के अभाव में बरी किया गया है, उनकी फिर से गहनता से जांच कराकर कार्रवाई की मांग भी वह कर रही हैं।
सरकार ने उन्हें नानपारा चीनी मिल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पद की नौकरी दी है। रामगोपाल के पिता कैलाशनाथ व मां मुन्नी देवी के साथ भाई हरमिलन भी यही चाहते हैं कि दोषियों को फांसी की सजा हो।
एनकाउंटर में पुलिस के हत्थे चढ़े थे दो हत्यारोपित
महाराजगंज में मूर्ति विसर्जन जुलूस में शामिल रामगोपाल मिश्र की गोली मारकर हत्या करने के दो आरोपितों को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था।
हत्या के मामले में मृतक के भाई हरमिलन की तहरीर पर महाराजगंज निवासी अब्दुल हमीद, रिंकू उर्फ सरफराज, फहीम, राजा उर्फ शाहिर खान, रेहुआ मंसूर के ननकऊ व मारूफ अली समेत 10 लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था।
घटना के मुख्य आरोपित रिंकू उर्फ सरफराज, तालिम उर्फ सबलू को पुलिस ने कोतवाली नानपारा इलाके के हांड़ा बसहरी के पास मुठभेड़ के दौरान उस समय पकड़ा था, जब वे नेपाल भाग रहे थे।
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