अब खतरनाक हेपेटाइटिस-सी का होगा जिला अस्पताल में इलाज
बागपत जेएनएन। हेपेटाइटिस-सी आम तौर पर इसे काला पीलिया भी कहते है। इस बीमारी से ग्रस्त लोगो

बागपत, जेएनएन। हेपेटाइटिस-सी आम तौर पर इसे काला पीलिया भी कहते है। इस बीमारी से ग्रस्त लोगों को अब महंगा इलाज कराने को मजबूर नहीं होना पड़ेगा। सरकारी जिला चिकित्सालय में ही लोगों को इलाज मिलेगा। जिला अस्पताल के एमडी मेडिसिन फिजिशियन डाक्टर को नोडल अधिकारी बनाकर आगरा प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है।
हेपेटाइटिस-सी लीवर से जुड़ी खतरनाक बीमारी है। इसका संक्रमण लीवर को नुकसान पहुंचाता है। बड़े शहरों में इसका इलाज होता है। प्राइवेट स्तर पर दवाईयां भी और इलाज दोनों ही महंगे हैं। अभी तक इस बीमारी का इलाज स्वास्थ्य विभाग नहीं कर रहा था। दवाई भी उपलब्ध नहीं थी। अब शासन ने इस बीमारी से ग्रस्त लोगों के लिए राहत पहुंचाई है। इसके लिए जिला अस्पताल के एमडी मेडिसिन, बाल रोग विशेषज्ञ एवं फिजिशियन डा. दीपक देओल को नोडल अधिकारी बनाया है। प्रशिक्षण के लिए आगरा के मेडिकल कालेज भेजा गया है। मंगलवार समेत तीन दिनों तक रहेंगे। उसके बाद जिले के डाक्टरों को प्रशिक्षित करेंगे। उनके निगरानी में बीमार लोगों का इलाज होगा।
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जिले में 100 से अधिक हैं मरीज
जिले में इस बीमारी से ग्रस्त 100 से अधिक मरीज हैं। इनका इलाज या तो जिले के ही प्राइवेट अस्पताल में या दूसरे जनपद, दिल्ली-हरियाणा के बड़े अस्पताल में उपचार चल रहा है। इस बीमारी से बचाव के लिए जो गोलियां दी जाती है, उसकी कीमत ही 12 हजार रुपये है।
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हेपेटाइटिस सी के कारण
--प्रमुख रूप से हेपेटाइटिस सी लीवर के कमजोर होने की स्थिति में होता है। अत्यधिक तेल, मसाले युक्त, चटपटे, बेसन एवं मेदे से बने व्यंजनों, वनस्पति घी का अधिक प्रयोग, अपाचय भोजन, धूमपान, किसी भी प्रकार का नशा, मांसाहार और अधिक दवाईयों का सेवन से लीवर के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। लापरवाही कैंसर का भी कारण बन जाती है।
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हेपेटाइटिस सी के लक्षण
--भूख न लगना या बेहद कम भूख लगना। सामान्य रहते हुए भी थकान महसूस होना। पेट में यकृत की ओर से दर्द महसूस होना, पीलिया होना भी इसका एक लक्षण हो सकता है। हल्का बुखार होना एवं खुजली।
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--हेपेटाइटिस-सी यानी आम भाषा में काला पीलिया बोलते है। इससे बचाव के लिए उन्हें नोडल अधिकारी बनाकर प्रशिक्षण के लिए आगरा भेजा गया है। तीन दिन तक यहां प्रशिक्षण लेंगे। अब चिकित्सालयों में ही इस बीमारी का इलाज लोग करा सकेंगे। दवाई भी मुफ्त दी जाएगी।
डा. दीपक देओल, एमडी मेडिसिन फिजिशियन जिला अस्पताल।
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