बागपत में स्वतंत्रता सेनानी के परपौत्र को पीटकर मौत के घाट उतारा, दोस्तों के साथ हरिद्वार जाने के लिए दो दिन पहले गया था घर से
बागपत के बावली गांव में स्वतंत्रता सेनानी के परपौत्र संयम तोमर की हत्या कर दी गई। उसका शव जनता वैदिक डिग्री कॉलेज में मिला जिस पर 14 चोटों के निशान थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है। संयम दो दिन पहले दोस्तों के साथ हरिद्वार जाने की बात कहकर घर से निकला था।

जागरण संवाददाता, बड़ौत (बागपत)। स्वतंत्रता सेनानी के परपौत्र गांव बावली निवासी संयम तोमर की पीटकर हत्या कर दी गई। उसका शव जनता वैदिक डिग्री कालेज परिसर में बाटनी लैब के पास फेंक दिया गया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। युवक के सिर से लेकर पैर तक चोट के 14 निशान हैं। पुलिस घटना की जांच कर रही है।
कोतवाली पुलिस को गुरुवार सुबह सात बजे लोगों ने सूचना दी कि विद्यालय में बाटनी लैब के सामने लगभग 20 वर्षीय युवक का शव पड़ा है। पुलिस ने युवक के मोबाइल से उसकी पहचान बावली की पट्टी कटघड़ के रहने वाले संयम के रूप में की। संयम के परदादा शंकर सिंह स्वतंत्रता सेनानी थे।
संयम के फूफा व भाकियू के प्रदेश प्रवक्ता विनोद खेड़ा ने बताया कि संयम दो दिन पहले दोस्तों के साथ हरिद्वार जाने की बात करते हुए घर से गया था, लेकिन गुरुवार सुबह उसकी मौत की खबर आई। पुलिस को घटना की गहराई से जांच करनी चाहिए।
स्वास्थ्य विभाग से जुड़े लोगों ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 14 चोटों के निशान मिले हैं। उसके सिर की हड्डी टूटी है। ऐसा लगता है कि जैसे उसकी डंडों से पिटाई की गई हो। फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए।
एसपी सूरज कुमार राय ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवक के शरीर पर चोट के 14 निशान हैं। घटना की तहरीर भी अभी नहीं मिली है। मोबाइल से हुई युवक की पहचान संयम का मोबाइल उसी के पास पड़ा मिला। पुलिस ने उसके मोबाइल से ही उसके बड़े भाई संचित को फोन कर संयम का शव मिलने की जानकारी दी, जिसके बाद उसके स्वजन जनता वैदिक डिग्री कालेज पहुंचे।
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संयम के पिता वीरेंद्र सिंह की एक साल पहले बीमारी से मौत हो गई थी। संचित चीनी मिल में तौल लिपिक है, जबकि बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। मां विनेश है। अविवाहित संयम गांव में रहकर खेतीबाड़ी करता था। संयम के ताऊ नरेंद्र पाल सिंह साहू जैन डिग्री कालेज नजीबाबाद, बिजनौर में प्रधानाचार्य हैं।
संयम के फूफा चंद्रपाल सिंह उदयपुर और बुआ सरोज उदयपुर में प्रोफेसर हैं। एक फूफा तेजवीर सिंह ढाका ग्राम्य विकास बैंक अलीगढ़ में प्रबंधक है। ताऊ वीरेंद्र सिंह तोमर रिटायर्ड कमिश्नर व शिक्षा सचिव राजस्थान रहे हैं। संयम की तहेरी बहन वर्णिका तोमर जयपुर की सिटी मजिस्ट्रेट हैं।
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