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    शामली के प्रेमी युगल ने निगला जहर, बागपत में रेलवे ट्रैक के किनारे गंभीर हालत में मिले, बाद में हुई किशोरी की मौत

    Updated: Mon, 15 Sep 2025 03:02 PM (IST)

    Baghpat News बागपत में दिल्ली-सहारनपुर रेलवे मार्ग पर एक किशोरी और युवक ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से उन्हें मेरठ रेफर कर दिया गया। वहां किशोरी की मौत हो गई। दोनों शामली जिले के रहने वाले हैं। किशोरी की गुमशुदगी बाबरी थाने में दर्ज है।

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    प्रेम प्रसंग में शामली की किशोरी और युवक ने निगला जहर (प्रतीकात्मक फोटो)

    जागरण संवाददाता, बड़ौत (बागपत)। दिल्ली-सहारनपुर रेलवे मार्ग स्थित बावली और बड़ौत के बीच रेलवे ट्रैक किनारे खाई में एक किशोरी और एक युवक जहर का सेवन किए मिले। पुलिस ने दोनों को चिंताजनक हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से दोनों को मेडिकल मेरठ के लिए रेफर कर दिया। वहां किशोरी की मौत हो गई। दोनों शामली जनपद के रहने वाले हैं और किशोरी की गुमशुदगी बाबरी थाने में दर्ज है। दोनों के बीच प्रेम प्रसंग बताया जा रहा है।

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    कोतवाली प्रभारी मनोज कुमार चाहल ने बताया कि सुबह लगभग सात बजे सूचना मिली कि बावली रेलवे अंडरपास और बावली गांव के बीच ट्रैक किनारे दो शव पड़े हैं। मौके पर पुलिस पहुंची तो दोनों ने जहर खा रखा था और दोनों की चिंताजनक हालत बनी हुई थी। आनन-फानन में पुलिस ने दोनों को सीएचसी में भर्ती कराया, जहां से जिला अस्पताल में रेफर किया गया। दोनों की हालत में सुधार नहीं हुआ तो मेरठ मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया। वहां किशोरी की मौत हो गई।

    लड़की की उम्र 16 और युवक की उम्र 38 साल है। दोनों शामली जनपद के रहने वाले हैं। किशोरी की बाबरी थाने में तीन दिन से गुमशुदगी दर्ज है। घटना की जानकारी थाना पुलिस को दे दी गई है। दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग के मामले की होने जानकारी मिल रही है।

    रेलवे ट्रैक के निकट मिला ग्रामीण का शव

    संवाद सूत्र, अग्रवाल मंडी टटीरी (बागपत)। ग्राम निबाली निवासी 40 वर्षीय वीरेंद्र दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते थे, वह प्रतिदिन ट्रेन से आते-जाते थे। शनिवार रात ड्यूटी से घर नहीं लौटे। रविवार सुबह उनका शव रेलवे ट्रैक के किनारे मिला। जीआरपी ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की। लोगों का कहना है कि वीरेंद्र को दिल्ली से लौटते समय बागपत रोड स्टेशन पर उतरना था। आशंका है कि वीरेंद्र किसी कारण से स्टेशन पर नहीं उतर पाए, जब उतरने लगे तब ट्रेन चल चुकी होगी। उस समय संतुलन बिगड़ने से ट्रैक के निकट गिरने से उनकी मृत्यु हुई होगी। उनके परिवार में वीरेंद्र के तीन बेटे और एक बेटी हैं।