Baghpat News : बागपत में हो चुके हैं कई एलानिया कत्ल, पुलिस ऐसी घटनाओं को रोकने में नाकाम
Baghpat News बागपत जिले में एलानिया हत्याओं का सिलसिला जारी है। इसका कारण पुलिस की निष्क्रियता है। बीट पुलिस अधिकारी केवल कागजों पर हैं और पुलिस को घटना के बाद ही जानकारी मिलती है। जानकारों का कहना है कि मामूली विवादों पर कार्रवाई से बड़ी घटनाओं को रोका जा सकता है।

जागरण संवाददाता,बागपत। जिले में छात्र अंकुश का पहली बार एलानिया हत्या नहीं हुआ है। यहां पर पूर्व में कई एलानिया कत्ल किए जा चुके हैं। पुलिस ऐसी घटनाओं को रोकने में नाकाम है। गांव-गांव में बीट पुलिस अधिकारी तैनात किए गए है, ताकि छोटी से छोटी घटना का पता चल सके, लेकिन यह व्यवस्था सिर्फ फाइलों में चल रही है धरातल पर नहीं।
पुलिस को अक्सर घटना होने के बाद ही उनका चलता है, जबकि अचानक से बहुत कम घटना होती है। यदि मामूली विवाद पर ही पुलिस कार्रवाई कर दे तो बड़ी घटना होने की संभावना कम रहती है। लोगों के जेहन में सवाल उठ रहा है कि आखिर कब तक एलानिया कत्ल होंगे ?
ये हैं प्रमुख एलानिया कत्ल
केस - 1 :
गला दबाकर की थी हत्या
20 हजार रुपये के लेनदेन के विवाद में युवक सुनील निवासी बागपत की 11 अक्टूबर 2013 को पड़ोस के लोगों ने पीट-पीटकर व गला दबाकर एलानिया हत्या की थी।
केस- 2 :
भाजपा नेता के बेटे की गई थी हत्या
बासौली गांव में वर्ष 2020 में चक्की पर आटे को लेकर चक्की स्वामी प्रकाश कश्यप व राजवीर तोमर के बीच विवाद हुआ था। भाजपा नेता पदम कश्यप के बेटे शेखर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। ग्रामीणों की भीड़ ने दो हमलावर युवक सचिन निवासी दोघट व किशोर रचित की पीट-पीटकर हत्या की थी।
केस-3 :
हिस्ट्रीशीटर का दोस्तों ने किया था कत्ल
हिस्ट्रीशीटर पंकज राठी निवासी ग्राम गांगनौली की जनवरी 2024 में दोस्तों ने खेत में गर्दन रेतकर एलानिया कत्ल किया था। वह अपने घर से खेत में बेसहारा गोवंशी से फसल की रखवाली करने के लिए गया था। आरोपित दोघट थाने का हिस्ट्रीशीटर था।
केस- 4 :
प्रेम प्रसंग में की गई थी हत्या
बली गांव निवासी अंकित की एक युवती से प्रेम संबंध में गत 25 जनवरी को एलानिया हत्या कर दी। उसके शव को सूरजपुर महनवा के पास रेलवे ट्रैक पर फेंककर आरोपित भाग गए।
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