यूपी के इस जिले में गली में टहलने गए बुजुर्ग पर सांड़ का हमला, कई बार सींगों पर उठाकर पटका, मौत
Baghpat News बागपत के तेडा गांव में सांड़ के हमले से राकेश कश्यप नामक ग्रामीण की मौत हो गई जिससे गांव में दहशत फैल गई। गांव में सांड़ का आतंक पहले से ही व्याप्त था और ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत की थी। घटना के बाद ग्रामीणों ने सांड़ को पकड़कर बांध दिया लेकिन उसके बंधनमुक्त होने के डर से भगदड़ मच गई।

संवाद सूत्र, जागरण, अमीनगर सराय (बागपत)। अमीनगर सराय क्षेत्र के तेडा गांव में मंगलवार की शाम को एक सांड़ ने राकेश कश्यप को टक्कर मार कर घायल कर दिया था। राकेश की दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई।
तेडा गांव में एक सांड़ का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। गांव के टिंकू ने बताया कि उसके 60 वर्षीय ताऊ राकेश कश्यप सर्वोदय पब्लिक स्कूल टटीरी में बस चालक की नौकरी करते थे। मंगलवार शाम को वह खाना खाकर बाहर गली में टहलने के लिए गए थे। गली के बाहर ही सांड़ उन पर टूट पड़ा और उन्हें कई बार सींगों पर उठाकर पटका।
सांड़ का सींग उनकी जांघ में घुस गया जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गए। किसी तरह लोगों ने सांड़ को वहां से भगाया। स्वजन घायल को बड़ौत के एक अस्पताल लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। स्वजन उन्हें जीटीबी अस्पताल दिल्ली लेकर पहुंचें। जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गईं। मृतक के चार बेटे अमित, कपिल, अनुज अंकित हैं। राकेश की मौत से स्वजन में कोहराम मचा हुआ है।
ग्रामीणों ने पकड़ा सांड़, पशु चिकित्सक पहुंचे घंटों के बाद
तेड़ा गांव में सांड़ ने राकेश को घायल कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई। गांव के युवकों ने सांड को बुधवार सुबह घेर कर रस्सियों की मदद से पेड़ के बांध लिया। जिसके बाद पशु चिकित्सकों को सूचना दी गई। घंटों के बाद पहुंचे बिनौली से पशु चिकित्सकों के साथ ग्रामीणों की देरी से पहुंचने पर कहासुनी भी हुई। पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत किया।
सांड़ के बंधनमुक्त होने के डर से भगदड़ मची
ग्रामीणों ने सांड़ को रस्सियों से बांध लिया और एक पेड़ से बांध दिया। सांड को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लग गई। सांड़ ने किसी तरह पैरों में बंधी रस्सी को तोड़ दिया और पेड़ से बंधी रस्सी को भी तोड़ने की कोशिश की। जिससे मौके पर भीड़ में भगदड़ मच गई। लोगों ने सांड को बंधनमुक्त होते देख वहां से दौड़ लगा दी।
सांड़ पहले भी कर चुका कई ग्रामीणों को घायल
गांव में सांड़ का खौफ व्याप्त था। ग्रामीणों में सांड़ को लेकर भय बना हुआ था। ग्रामीण सांड़ को पकड़वाने के लिए कई बार प्रधान तथा उच्चाधिकारियों को सूचित कर चुके थे। सांड़ आए दिन किसी ना किसी को अपना शिकार बनाता रहता था। लोग सांड से बचने लगे थे। इस घटना से पूर्व में भी रमेश, विजयंत, अंकितज सिन्नू आदि को हमला कर घायल कर चुका था।
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