बागपत में बंदरों का आतंक, घर में बैठी महिला पर किया हमला, 15 टांके लगाए गए
Baghpat News बागपत जिले के कई क्षेत्रों में बंदरों का आतंक है। छपरौली कस्बे की पट्टी धंधान में बंदरों ने 60 वर्षीय ओंकारी देवी पर हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि यह पहली घटना नहीं है कस्बे में हजारों बंदर हैं।

संवाद सूत्र, छपरौली (बागपत)। नगरों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में बंदरों का आतंक है। आए दिन बंदरों का झुंड किसी ने किसी को अपना शिकार बना कर घायल कर रहे हैं। कस्बे की पट्टी धंधान में बंदरों ने एक महिला पर हमला कर घायल कर दिया।
कस्बे की पट्टी धंधान निवासी 60 वर्षीय ओंकारी देवी अपने मकान के अंदर आंगन में बैठी हुई थीं। तभी अचानक बंदरों का एक झुंड घर की छतों से उतरकर आंगन में आ गया। आंगन में कुर्सी पर बैठी ओंकारी ने उन्हें भगाने का प्रयास किया तो अचानक एक बंदर ने पीछे से आकर उन पर हमला कर दिया।
शोर सुनकर स्वजन ने उन्हें बामुश्किल बंदरों से बचाया। तब तक बंदरों ने महिला को कई जगह काटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। स्वजन घायल महिला को सीएचसी छपरौली लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने रेबीज इंजेक्शन आदि देकर उपचार कर घर भेज दिया।
स्वजन उन्हें प्राइवेट चिकित्सक के यहां लेकर पहुंचे। चिकित्सक ने 15 टांके लगाए। ग्रामीण अनिल, शिवम ,सतीश, विनोद, राजेंद्र आदि का कहना है बंदरों के हमले की पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई बार घटनाएं हो चुकी हैं।
उन्होंने बताया कि कस्बे में हजारों की संख्या में बंदर मौजूद हैं। ये घरों की छतों से लेकर गलियों में झुंड के रूप में बैठे व घूमते रहते हैं। बंदरों का आतंक इतना बढ़ गया है कि गलियों में लोगों का गुजरना भी मुश्किल हो रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से बंदरों को पकड़वा कर निजात दिलाने की मांग की।
नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी सीमा राघव का कहना है कि कस्बे में बंदरों की विकट समस्या है। जल्द ही वन विभाग के अधिकारियों से बात कर बंदरों को पकड़वाने का काम किया जाएगा।
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