बंदरों के झुंड ने किया हमला, बुजुर्ग की मौत, छत पर धूप सेंकते समय हुआ हादसा
Baghpat News : बागपत के फतेहपुर चक गांव में बंदरों के हमले में 60 वर्षीय रोहताश गिरी की मौत हो गई। छत पर धूप सेंकते समय बंदरों ने उन पर हमला किया, जिस ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक फोटो
संवाद सूत्र, जागरण, रमाला (बागपत)। फतेहपुर चक गांव में बंदरों के बढ़ते आतंक ने एक बुजुर्ग की जान ले ली। छत पर धूप सेंक रहे 60 वर्षीय व्यक्ति पर बंदरों के झुंड ने अचानक हमला कर दिया।
बुरी तरह काटे जाने के बाद जान बचाने के लिए बुजुर्ग छत से सीढ़ियों की ओर दौड़े, लेकिन संतुलन बिगड़ने से वह गिर पड़े। सिर में गंभीर चोट लगने से वह बुरी तरह घायल हो गए। स्वजन उन्हें उपचार के लिए मेरठ ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। घटना के बाद गांव में दहशत और आक्रोश का माहौल है।
ग्रामीणों के अनुसार गांव निवासी रोहताश गिरी मंगलवार दोपहर अपने मकान की छत पर बैठे थे। इसी दौरान अचानक कई बंदर छत पर आ गए और उन पर हमला कर दिया। बंदरों ने उन्हें कई जगह काट लिया।
हमले से घबराकर रोहताश गिरी जान बचाने के लिए नीचे उतरने को सीढ़ियों की तरफ भागे, लेकिन सीढ़ियों के पास पैर फिसलने से वह गिर पड़े। गिरने से उनके सिर में गंभीर चोट आई और वह मौके पर ही अचेत हो गए। स्वजन गंभीर हालत में उन्हें लेकर मेरठ के लिए रवाना हुए, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है।
पहले भी हो चुके हैं हमले
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में बंदरों का आतंक लंबे समय से बना हुआ है। इससे पहले भी कई लोग इनके हमलों में घायल हो चुके हैं। बंदरों के काटने से सोनिया, अन्नू, रीना, वेदवती, पर्दावन, आर्यन, माही और हर्ष सहित अन्य ग्रामीण घायल हो चुके हैं, जिनका इलाज कराया गया था।
प्रशासन से कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बंदरों के झुंड आए दिन घरों की छतों और गलियों में घूमते रहते हैं। कई बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासन और वन विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। घटना के बाद ग्रामीणों ने बंदरों को पकड़वाने, गांव को सुरक्षित कराने और मृतक के स्वजन को आर्थिक सहायता देने की मांग की है।

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