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    बदायूं के यूनानी अस्पतालों में दवाओं का संकट, रिमांइडर के बाद भी नहीं हो रही सप्लाई

    Updated: Sat, 15 Nov 2025 06:15 PM (IST)

    यूनानी अस्पताल, बदायूं में आधी से अधिक दवाइयां खत्म हो चुकी हैं। बार-बार रिमाइंडर भेजने के बावजूद दवाइयों की सप्लाई नहीं हो पा रही है, जिससे मरीजों और डॉक्टरों को इलाज में कठिनाई हो रही है। अस्पताल में बेड कम हैं और मरीज मुख्य रूप से ओपीडी पर इलाज करा रहे हैं।

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    प्रतीकात्‍मक च‍ित्र

    जागरण संवाददाता, बदायूं। यूनानी दवाइयाों पर भरोसा करने वाले मरीजों को तगड़ा झटका लगा है। यूनानी अस्पताल में आधी से ज्यादा दवाइयां खत्म हो चुकी हैं। यहां के डाक्टर जैसे तैसे काम चला रहे हैं और वह कई बार दवाइयों की मांग को लेकर रिमाइंडर भी भेज चुके हैं। इसके बावजूद अभी तक दवाइयां उपलब्ध नहीं कराई गई, जिसकी वजह से न केवल डाक्टर को परेशान हो रहे हैं बल्कि मरीजों को सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें पर्याप्त दवाइयां नहीं मिल रही है, जिससे ठीक से उनका उपचार भी नहीं हो रहा है।

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    जिला अस्पताल में संचालित यूनियन अस्पताल 24 बेड का है। यहां अभिलेखों में 24 मरीजों को भर्ती करने की सुविधा है लेकिन हकीकत में अस्पताल में इतनी जगह भी नहीं है कि ठीक से दो मरीजों को भर्ती रखकर उनका उपचार किया जा सके। अस्पताल में जो भी बेड मौजूद है, सभी को कबाड़े की तरह इकट्ठा कर दिया गया है। अब अस्पताल केवल ओपीडी पर निर्भर होकर रह गया है।

    इसमें भी बहुत बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। पिछले काफी समय से अस्पताल में दवाइयां नहीं आ रही है। बताया जा रहा है कि पिछले एक साल से तमाम दवाइयां नहीं आई हैं। अस्पताल प्रशासन अब तक जैसे तैसे काम चलाता आ रहा है। पिछले दिनों दूसरे केंद्रों से दवाइयाों का इंतजाम करा लिया गया था। इससे अब तक काम चल गया।

    यहां लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जिससे और ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इस समय ऐसी हालत है कि आधी से ज्यादा दवाइयां खत्म हो चुकी है। अब केवल पेट रोग से संबंधित और सर्दी खांसी की दवाइयां रह गईं हैं। कुछ दवाइयां महिलाओं से संबंधित भी मौजूद हैं।

    इसके अलावा अधिकतर बीमारियों की दवाइयां नहीं हैं, जिससे डाक्टर भी परेशान हैं और यहां आने वाले मरीजों को वो सुविधा नहीं मिल पा रही है। वहे जैसे तैसे आधी अधूरी दवाइयां देकर उपचार कर रहे हैं। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि इसके लिए कई बार रिमाइंडर भेजा जा चुका है लेकिन अभी तक दवाइयां उपलब्ध नहीं कराई गईं हैं। अनुमान है कि जल्द ही दवाइयां उपलब्ध करा दी जाएंगीं।

    पिछले दिनों शेखूपुर अस्पताल से मंगाई गईं थीं दवाइयां

    एक यूनानी अस्पताल शेखूपुर और संग्रामपुर गांव में भी स्थित है लेकिन यहां जिला अस्पताल में संचालित यूनानी अस्पताल की अपेक्षा मरीजों की संख्या कम रहती है, जिससे वहां दवाइयाों की खपत भी कम होती है। इसी वजह से पिछले दिनों शेखूपुर अस्पताल से कुछ दवाइयां मंगा ली गईं थीं, जिससे यहां काम चलाया गया लेकिन अब वहां भी दवाइयाों को टोटा पड़ गया है। इसी वजह से और ज्यादा दिक्कत हो रही है।

     

    अस्पताल में काफी दवाइयां नहीं हैं। हम जैसे तैसे गुजारा कर रहे हैं, पिछले दिनों दूसरे केंद्रों से दवाइयां बना ली गईं थीं। इसके लिए रिमाइंडर भेजा गया है। आश्वासन मिला है कि जल्द ही दवाइयां उपलब्ध करा दी जाएंगीं।

    - डा. कौशल कुमार, यूनानी अस्पताल


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