तीन तेरे चार मेरे... लड़ रहे थे चार शराबी, पूरा मामला जानने पहुंचे ग्रामीण तो पैरों तले सरक गई जमीन; भाग गई 'छमिया' फंस गए 'शिकारी'
मांस के लिए बगुला, नीलकंठ समेत 16 पक्षियों का क्रूर शिकार। अलापुर रोड पर 3 तस्कर पकड़े गए, एक महिला फरार। पूछताछ में हुआ खुलासा। शिकंजे और दाने का होता था इस्तेमाल। वन्यजीव संरक्षण के तहत केस। अलापुर रोड मंडी समिति के पास शराब के नशे में थे शिकारी। फरार महिला की तलाश जारी।
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तस्करो के कब्जे से बरामद सामान
संवादसूत्र, जागरण, सिलहरी। मंगलवार रात अलापुर रोड मंडी समिति से पुलिस व ग्रामीणों के सहयोग से तीन तस्कर पकड़े गए। उनके पास से 16 पक्षियों के शव बरामद हुए हैं। तीनों तस्कर शराब के नशे में थे और पक्षियों के बंटवारे को लेकर आपस में झगड़ा कर रहे थे। इसी दौरान पहुंची पुलिस ने जब उनके थैले की तलाशी ली तो उसमें पक्षियों के शव बरामद हुए। इसी दौरान ग्रामीणों ने घेर कर उन्हें पीट दिया।
पुलिस ने बमुश्किलों उन्हें छुड़ाया और सिविल लाइंस थाने ले गई जहां, उनके खिलाफ वन्य जीव संरक्षण और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करा दी गई। सभी पक्षियों के शवों को आरबीआरआई बरेली पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामला मंगलवार रात करीब आठ बजे का है। बताया जा रहा है कि अलापुर रोड मंडी समिति के नजदीक एक महिला समेत चार तस्कर आपस में झगड़ा कर रहे थे। महिला को छोड़कर तीनों तस्कर शराब के नशे में थे। उनके हाथ में एक प्लास्टिक का थैला था और वह एक दूसरे से थैला छीन रहे थे।
कोई कह रहा था तीन तेरे चार मेरे और कोई कह रहा था चार मेरे तीन तेरे। यह देखकर वहां कई लोगों की भीड़ जमा हो गई। बात बढ़ते देखकर कुछ लोगों ने यूपी 112 पुलिस को सूचना दे दी, जिससे पुलिस भी वहां पहुंच गई। तभी उनमें शामिल महिला मौके से फरार हो गई और फिर पुलिस ने तीनों लोगों को दबोच लिया। उनके पास मौजूद थैले को कब्जे में लेकर जब उसकी तलाशी ली गई, तो उसमें चार बगुला, दो नीलकंठ और 10 कौआ के शव बरामद हुए।
तस्करों ने उनके पंख नोंच दिए थे। उनके थैले से तीन शिकंजा भी बरामद हुए। यह देखकर भीड़ आक्रोषित हो गई और फिर तीनों तस्करों की जमकर पिटाई कर दी, जिससे पुलिस को भीड़ संभालना मुश्किल हो गई। तत्काल सिविल लाइंस थाने को सूचना दी गई, जिससे थाने से और पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। वहां वन विभाग की टीम व पशु मित्र विकेंद्र शर्मा समेत कई लोग पहुंच गए उन्होंने किसी तरह तस्करों को भीड़ से छुड़ाया और सिविल लाइंस थाने लेकर आए।
पूछताछ में शिकारियों ने अपने नाम गाजियाबाद जिले के थाना बजेड़ा कलां के दानशाही निवासी विकास पुत्र चंद्रपाल, गौतमबुद्धनगर के गांव छलाैन निवासी विक्रम पुत्र कालू और हापुड़ जिले के थाना नागौल के हैद नगर निवासी अम्मू पुत्र कृपाल बताए। जो महिला फरार हुई है, वह गाजियाबाद के मोदीनगर निवासी छमिया पुत्री ओमवीर है।
बताया जा रहा है कि इस समय तीनों आरोपित सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के नरऊ खुर्द में रह रहे हैं और यही मजदूरी करते हैं। उन्होंने कबूल किया है कि वह पक्षियों के शवों को मांस खाने के लिए लाए थे। पुलिस इसकी छानबीन में जुटी हुई है। फिलहाल सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और सभी पक्षियों के शवों को बरेली आरबीआरआई पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
शहर से सटे इलाके में किया था पक्षियों का शिकार
पकड़े गए तस्करों ने बताया कि उन्होंने शहर से सटे इलाके में पक्षियों का शिकार किया था। वह शिकंजे को लगाकर उसमें दाना डालते थे। जैसे ही पक्षी चुगने के लिए आता था कि वह धागा खींच लेते थे, जिससे पक्षी की उसमें फंसकर तुरंत मृत्यु हो जाती थी। इसी तरह वह मंगलवार शाम से शिकार कर रहे थे। बाद में उन्होंने शराब पी।
सिविल लाइंस इलाके से तीन तस्कर पकड़े गए हैं। उनके पास से 16 पक्षियों के शव बरामद हुए हैं। उनमें चार बगुला, दो नीलकंठ और 10 कौआ शामिल हैं। उन्हें पोस्टमार्टम के लिए बरेली आरबीआरआई भेज दिया गया है। फिलहाल चारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है। इसमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई होगी।
- अशोक कुमार, वन दारोगा
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