Stray Dogs Terror: बदायूं में आवारा कुत्ते के चाटने से दो साल के मासूम की मौत, लार के जरिये शरीर में पहुंचा रैबीज
बदायूं में दो साल के अदनान की रैबीज से दर्दनाक मौत हो गई। दो महीने पहले खेलते समय उसके पैर में हुए घाव को एक आवारा कुत्ते ने चाट लिया था जिससे रैबीज वायरस उसके शरीर में प्रवेश कर गया। पांच सप्ताह बाद लक्षण दिखने लगे और अदनान पानी से डरने लगा और खाना-पीना छोड़ दिया।

जागरण संवाददाता, बदायूं। 'आवारा कुत्ते शेल्टर होम में होने चाहिए, क्या उनके काटने से रैबीज ग्रसित बच्चों को वापस ला पाएंगे....?' 11 अगस्त को एक प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट की यह टिप्पणी 'आवारा आतंक' के घातक परिणामों पर थी। इसका शिकार दो वर्षीय अदनान भी हो गया। दो महीने पहले इस बच्चे के घाव को आवारा कुत्ते ने चाट लिया था। उसकी लार के जरिये अदनान के शरीर में पहुंचा रैबीज वायरस जानलेवा बन गया। मासूम तीन दिन छटपटाता-तड़पता रहा। रोते-रोते गला सूखा, मगर पानी की एक बूंद नहीं पी सका। रविवार को अदनान का ऐसा दर्दनाक अंत हुआ, जिसे देखने वालों की आंखों में दहशत थी... आवारा आतंक की दशहत।
गांव सुजातगंज बेला में आवारा कुत्ते के कारण कृषक नसीर का आंगन सूना हो गया। इकलौते बेटे अदनान के दुनिया से जाने के साथ ही घर की खुशियां भी चली गईं। आंसुओं को छिपाने की जिद्दोजहद के बीच नसीर दो महीने पहले का घटनाक्रम याद करते हैं तो हिम्मत साथ छोड़ने लगती है।
उस दिन दरवाजे के बाहर खेलते समय किसी नुकीली वस्तु से अदनान के पैर में चोट लग गई थी। घाव से खून बह रहा था। उसके रोने की आवाज सुनकर स्वजन दौड़े, मगर इससे पहले आवारा कुत्ते ने उसका घाव चाट लिया। कुत्ते के चाटने से भी रैबीज फैलकर जान जा सकती है, इसकी जानकारी नहीं थी। अदनान को घर लाकर मरहम-पट्टी की, फिर लगा कि अब सबकुछ सामान्य है। तीन दिन पहले अचानक उसे बुखार आया। भोजन-पानी भी नहीं निगल पा रहा था। वह बहकी-बहकी बातें करने लगा तो बुजुर्गों के कहने पर झाड़-फूंक कराने ले गए।
वह पानी देखकर डरने लगा, तब अस्पताल ले गए, लेकिन देर हो चुकी थी। रविवार को उसकी मृत्यु के बाद गांव में आवारा आतंक की दहशत थी। सोमवार को गांव की गलियों में बैठे ग्रामीण इस बात पर अफसोस जता रहे थे कि उन्हें रैबीज फैलने की जानकारी नहीं थी।
सिर्फ काटने से नहीं, चाटने से भी फैलता है रैबीज
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रशांत त्यागी ने बताया कि कुत्ते के काटने और चाटने से भी रैबीज फैल जाता है। अदनान के घाव को चाटते समय कुत्ते की लार से रैबीज उसके शरीर में प्रवेश कर गया। ऐसी स्थिति में तुरंत एंटी रैबीज वैक्सीन लगवानी चाहिए। सामान्य तौर पर कुत्ते के काटने या चाटने के चार से आठ सप्ताह में लक्षण दिखने लगते हैं। रैबीज वायरस से ग्रसित मनुष्य को तेज बुखार आता है। भोजन-पानी छोड़ देता है। वह हाइड्रोफोबिया का शिकार होकर पानी देखते ही घबराने लगता है। बिल्ली-बंदर के काटने से भी रैबीज फैल सकता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।