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    अब परिषदीय स्कूलों में ही उगी सब्जियां खाएंगे बच्चे, किचन गार्डन बनाने की तैयारी; पोषण-जागरुकता के लिए उठाया गया कदम

    बदायूं के परिषदीय विद्यालयों में किचन गार्डन बनाने की पहल जोरों पर है। करीब 600 स्कूलों में पहले से ही किचन गार्डन मौजूद हैं और अब पर्याप्त जगह वाले और स्कूलों में इन्हें विकसित करने की तैयारी है। प्रत्येक स्कूल को इसके लिए 5000 रुपये की धनराशि दी जाएगी। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को पोषण के महत्व के बारे में जागरूक करना है।

    By Shivam Pratap Singh Edited By: Riya Pandey Updated: Sat, 12 Oct 2024 06:56 PM (IST)
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    परिषदीय विद्यालयों में किचन गार्डन बनाने की पहल जोर (प्रतीकात्मक फोटो)

    जागरण संवाददाता, बदायूं। जिले के परिषदीय स्कूलों में किचन गार्डन बनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए विभाग द्वारा बजट भी जारी हो चुका है। वहीं विभागीय अधिकारियाें का कहना है कि अभी तक लगभग 600 परिषदीय स्कूलों में किचन गार्डन बने हुए हैं।

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    जिन विद्यालयों में पर्याप्त भूमि है उनमें ही किचन गार्डन बनाए जाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए प्रत्येक स्कूल को पांच पांच हजार की धनराशि दी जाएगी। शासन की ओर से बेसिक शिक्षा विभाग को बजट आवंटित किया गया है।

    कोरोना काल में करीब 1000 स्कूलों में किचन गार्डन हुए थे तैयार

    जिले में 2155 परिषदीय स्कूल संचालित हैं। कोरोना काल से पूर्व जिले में करीब एक हजार स्कूलों में किचन गार्डन तैयार कराए थे। उनमें सब्जियां तथा फल फूल उगाए गए थे। कोरोना काल के चलते स्कूलों में किचन गार्डन तैयार किए जाने की योजना को बंद हो गई थी। अब फिर से इस योजना को शुरू किया गया है।

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    शासन से मिल चुका है बजट

    जिले के करीब पांच सौ स्कूलों में किचन गार्डन तैयार कराए जाएंगे। हालांकि विभाग का कहना है कि अभी करीब 600 स्कूलों में किचन गार्डन तैयार हैं। इसके लिए प्रत्येक स्कूल को पांच हजार रुपये के हिसाब से धनराशि दी जाएगी। स्कूलों का चयन करने के लिए विभाग द्वारा सर्वे कराया जा रहा है। जिसमें ऐसे स्कूलों का चयन किया जाएगा, जिसमें पर्याप्त मात्रा में भूमि उपलब्ध होगी। इसके बाद धनराशि आवंटित कर दी जाएगी।

    शासन से विभाग को बजट प्राप्त हो चुका है। अब स्कूलों का सर्वेक्षण कराने के लिए सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से उन स्कूलों के नाम मांगे हैं जहां किचन गार्डन नहीं हैं। साथ ही वहां पर पर्याप्त मात्रा में भूमि उपलब्ध हो।

    सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा पर ऑनलाइन प्रतियोगिता

    वहीं जिले में राजकीय महिला महाविद्यालय में सड़क सुरक्षा पखवाड़ा के तहत सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा विषय वस्तु पर ऑनलाइन पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। छात्राओं ने बहुत ही आकर्षक व सुंदर पोस्टर बनाएं जिसके माध्यम से उन्होंने सड़क पर चलते समय सड़क सुरक्षा संबंधी नियमों का पालन करने का संदेश दिया।

    पोस्टर निर्माण में कीर्ति, तनु साहू, शालू सुमन, रूही सागर आदि छात्राओं ने प्रतिभाग किया। सड़क सुरक्षा जागरूकता समिति ने छात्राओं द्वारा बनाए गए पोस्टर का मूल्यांकन किया।

    शुक्रवार को महाविद्यालय की छात्राओं को सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा पर प्राचार्य के दिशा निर्देशन में ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

    रेंजर्स अधिकारी कु. सरिता गौतम ने समस्त श्रोताओं को सड़क पर चलते समय सुरक्षा संबंधी नियमों का पालन करने की शपथ दिलाई। श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए शनिवार को ऑनलाइन स्लोगन लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। स्लोगन प्रतियोगिता में सुमेरा रहमान, सुरभि, तूबा मिर्जा, मंजरुल फातिमा, अंशिका, अनमता इस्लाम आदि छात्राओं ने प्रतिभाग किया।

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