Ganga Expressway पर सफर करना है खतरा? अधूरे निर्माण- लापरवाही से गई दो सर्राफा व्यापारियों की जान
Ganga Expressway | बदायूं में निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस-वे पर सुरक्षा उपायों की कमी के चलते बिसौली के दो सर्राफा व्यापारियों की जान चली गई। अधूरा निर्माण जगह-जगह गड्ढे और निर्माण सामग्री बिखरी होने के बावजूद इंटरचेंज पर वाहनों को रोकने के कोई इंतजाम नहीं हैं। जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं और जल्द बैरिकेडिंग कराने की बात कही है।

जागरण संवाददाता, बदायूं। निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस-वे पर अभी वाहन दौड़ाना किसी खतरे से खाली नहीं है। जगह-जगह निर्माण संस्था का सामान रखा हुआ है और जगह-जगह गड्ढे भी हैं। जिला प्रशासन भी मान रहा है कि अभी गंगा एक्सप्रेस-वे अधूरा है।
अभी उस पर वाहन चलाने की किसी को अनुमति नहीं है और न ही अभी वाहन चलाए जा सकते हैं लेकिन इसके बावजूद निर्माण संस्था ने इंटरचेंज पर वाहन रोकने के इंतजाम नहीं किए हैं।
इसी लापरवाही के चलते बिसौली कस्बे के दो सर्राफा व्यापारियों की जान चली गई। इस संबंध में डीएम ने भी जांच कराने के आदेश दिए हैं।
मेरठ से प्रयागराज तक बन रहे गंगा एक्सप्रेस-वे पर तीन जगह इंटरचेंज बनाए गए हैं। सबसे पहला इंटरचेंज मुरादाबाद-फर्रुखाबाद हाईवे पर बनकोटा गांव के पास बनाया गया है। दूसरा बरेली-बदायूं हाईवे पर बिनावर कस्बे के नजदीक बनाया गया है और तीसरा दातागंज कोतवाली क्षेत्र में बनाया गया है।
अभी गंगा एक्सप्रेस-वे पूरी तरह से नहीं बना है। जगह-जगह निर्माण संस्था का ही सामान रखा हुआ है और अभी पूरी तरह से सड़क का निर्माण भी नहीं हुआ है। तमाम कार्य ऐसे अधूरे पड़े हैं, जिनकी वजह से कहीं भी हादसा हो सकता है।
अभी दो माह पहले ही जिला प्रशासनिक अधिकारियों ने गंगा एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण किया था। तब भी कई कमियां पाई गईं थीं। उस निरीक्षण के दौरान डीएम अवनीश कुमार राय ने जल्द से जल्द उनको पूरा करने के आदेश दिए थे लेकिन इसके बावजूद अधूरे एक्सप्रेस-वे को वाहन चालकों ने अपने हिसाब से प्रयोग करना शुरू कर दिया है।
ऐसे वाहनों को रोकने की जिम्मेदारी निर्माण संस्था की है लेकिन अभी तक किसी भी इंटरचेंज पर वाहनों को रोकने के लिए निर्माण संस्था ने इंतजाम नहीं किए गए हैं। न तो वहां बैरीकेडिंग लगाई गई है।
न ही वहां किसी कर्मचारी को तैनात किया गया है, जिससे वाहनों को रोका जा सके जबकि यह चढ़ाव उतार किसी अन्जान चालक को खतरे से खाली नहीं है। इस पर वाहन दौड़ाना हादसे का कारण बन सकता है।
शार्टकट मारने के चक्कर में एक्सप्रेस-वे पर दौड़ा रहे वाहन
बरेली की ओर से मुरादाबाद जाने वाले वाहन अक्सर शार्टकट मारने का प्रयास करते हैं। वह बरेली-बदायूं हाईवे पर बिनावर कस्बे के पास बने इंटरचेंज पर वाहनों को चढ़ा देते हैं और एक्सप्रेस-वे पर होते हुए बनकोटा के पास बने इंटरचेंज पर वाहनों को उतार देते हैं।
इससे उनकी दूरी भले ही कम हो जाती है लेकिन उनका यह सफर किसी खतरे से खाली नहीं होता। ऐसे ही मुरादाबाद से बरेली जाने वाले वाहन चालक कर रहे हैं। वह बिनावर के पास बने इंटरचेंज पर अपना वाहन उतार देते हैं।
लापरवाही से चली गई बिसौली के दो सराफा व्यापारियों की जान
अगर बरेली-बदायूं हाईवे पर गंगा एक्सप्रेस-वे को जोड़ने वाले इंटरचेंज पर बेरीकेडिंग होती या फिर वहां कोई बैरियर लगा होता, तो शायद बिसौली के दो सराफा व्यापारियों की जान नहीं जाती।
उन्होंने सोंचा था कि वह एक्सप्रेस-वे से होते हुए घर पहुंच जाएंगे। इससे उन्हें बदायूं जाना नहीं पड़ेगा। वह बिनावर के पास चढ़कर बनकोटा के पास उतर जाएंगे। इससे उनका सफर भी आसान हो जाएगा लेकिन यह उनकी गलत फहमी रही। रास्ते में मौत के द्वार खुले हुए थे।
अभी गंगा एक्सप्रेस-वे अधूरा है। हमने पहले भी कहा था कि लोग अभी अपने वाहन उस पर न चलाएं। उस पर हादसा होने का खतरा हो सकता है। अभी निर्माण संस्था अपना काम कर रही है। जल्द ही हम इंटरचेंज पर बेरीकेडिंग करवा देंगे या फिर बेरियर लगवा देंगे।
- अवनीश कुमार राय, डीएम
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