जनसेवा केंद्र का फर्जीवाड़ा..अजन्मे का बनाया जन्म प्रमाण पत्र
जेएनएन बदायूं जिले में जनसेवा केंद्रों पर फर्जीवाड़े का खेल कोई नया नहीं है। कई शिकायत

जेएनएन, बदायूं : जिले में जनसेवा केंद्रों पर फर्जीवाड़े का खेल कोई नया नहीं है। कई शिकायतों के बाद भी अधिकारियों की अनदेखी के चलते यह बड़ा रैकेट संचालित है। यहां जन्म प्रमाण पत्र से लेकर अन्य कई तरह के फर्जी कागजात तैयार किए जा रहे हैं। सोमवार को म्याऊं पीएचसी के प्रभारी की सतर्कता की वजह से एक मामला पकड़ा गया। शिकायत मिलने के बाद उन्होंने अपने ड्राइवर को भेज कर इसकी पुष्टि कराई। ड्राइवर ने जनसेवा केंद्र संचालक को चार सौ रुपये देकर अजन्मे बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनवा लिया। फिलहाल जनसेवा केंद्र संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। आकलन के मुताबिक, अब तक म्याऊं अस्पताल के नाम पर नौ सौ से ज्यादा फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाए जा चुके हैं।
म्याऊं के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के एमओआइसी (मेडीकल आफिसर इंचार्ज) डा. अरविंद कुमार ने पुलिस को बताया कि कस्बे में आरआरकेएस जनसेवा केंद्र संचालक राहुल फर्जी जन्म प्रमाण पत्र 500-500 रुपये लेकर म्याऊं पीएचसी के नाम पर लोगों को एक घंटे मे बनाकर देता है। वहीं, आनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से जन्म प्रमाण पत्र उप रजिस्ट्रार ही जारी करते हैं। डा. अरविन्द ने बताया कि उन्होंने खुद ही अपने ड्राइवर को जनसेवा केंद्र पर भेजा तो संचालक राहुल ने 20 मिनट में ही 400 रुपये लेकर ऐसे बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र जारी कर दिया, जिसका जन्म ही नहीं हुआ था।
लैपटाप समेत अन्य सामान जब्त
एमओआइसी ने एसडीएम दातागंज को भी इस पूरे रैकेट की जानकारी दी। इसके बाद म्याऊं चौकी इंचार्ज धनंजय पांडेय के नेतृत्व में चौकी पुलिस ने जाकर जनसेवा केंद्र पर छापा मारा। एक लैपटाप, कुछ कागजात केंद्र का सभी सामान जब्त करते हुए और केंद्र संचालक राहुल को गिरफ्तार कर लिया। अलापुर इंस्पेक्टर संजय कुमार ने बताया कि पूरे रैकेट के राजफाश का प्रयास है। म्याऊं में जनसेवा केंद्रों की भरमार
कस्बा म्याऊं मे दो दर्जन से अधिक जनसेवा केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। यह सभी केंद्र जमकर उगाही कर रहे हैं और फर्जी तरह से जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र और अन्य कागजात बना रहे हैं। आय, जाति और मूल निवास प्रमाण पत्र के नाम पर सौ-सौ रुपये रुपये ठगे जा रहे हैं। इसके अलावा खाता खोलने के लिए 250 से 500 रुपये तक गांव के लोगों से वसूल रहे हैं। पुलिस जानकर भी कार्रवाई नहीं करती। म्याऊं अस्पताल नाम से इस रैकेट ने करीब 900 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए हैं। बाकी के बारे में रिकार्ड से मिलान किया जा रहा है। पुलिस और दातागंज एसडीएम को मामले की जानकारी दी गई।
- डा. अरविद कुमार, एमओआइसी - एमओआइसी म्याऊं डा. अरविद कुमार ने फर्जी प्रमाण पत्र बनाए जाने की जानकारी दी है। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर संचालक को पकड़ लिया है। सामान भी जब्त किया गया है। मामले की जांच कराकर संबंधित लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। - रामशिरोमणि, एसडीएम दातागंज
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