'मुर्दे' के जरिए अफसरों ने भरी अपनी जेब! रणनीति बनाकर खाते से चट किए 38 हजार; यूपी में गजब मामला
बदायूं के बिसौली कोतवाली क्षेत्र में एक मृतक किसान के खाते से 38 हजार रुपये निकालने के मामले में बैंक अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। मृतक किसान ने वर्ष 2014-15 में अपना किसान क्रेडिट कार्ड बनवाया था और 2015 में उसकी मृत्यु हो गई थी। इसके बावजूद बैंक अधिकारियों ने 2017 में उसका खाता शुरू कर दिया और उससे पैसे निकाल लिए।

संवाद सूत्र, दबतोरी (बदायूं)। बिसौली कोतवाली क्षेत्र में एक मृतक का खाता प्रयोग करना बैंक अधिकारियों के लिए महंगा पड़ गया। मृतक किसान ने वर्ष 2014-15 में अपना किसान क्रेडिट कार्ड बनवाया था। साल 2015 में उसकी मृत्यु हो गई थी। इसके दो साल बाद खुद बैंक अधिकारियों ने उसका खाता शुरू कर दिया और उसके खाते से 38 हजार रुपये निकाल लिए।
किसान के परिवार पर ब्याज चढ़ा दिया गया। बाद में जबरन जमा भी कराया और खाता बंद कर दिया गया। इसमें पुलिस ने किसान के बेटे के प्रार्थना पत्र पर प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
कोतवाली क्षेत्र के गांव मुंसिया नगला निवासी गुड्डू का कहना है कि वर्ष 2014-15 में उसके पिता सोनपाल ने प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक की दबतोरी शाखा में अपना किसान क्रेडिट कार्ड बनवाया था। उसमें उनका बचत खाता भी संचालित हुआ था और उसका बीमा भी कराया गया था। 10 दिसंबर 2015 को उसके पिता सोनपाल की मृत्यु हो गई। उसके बाद बैंक में कोई लेनदेन नहीं हुआ था।
बैंक अधिकारियों ने केवाईसी नियमों का किया उल्लंघन
29 अगस्त 2017 को राज्य सरकार की ऋण माफी योजना के तहत उनके क्रेडिट कार्ड की धनराशि माफ कर दी गई थी। आरोप है कि इसके बावजूद बैंक अधिकारियों ने फर्जीबाड़ा करते हुए 21 सितंबर 2017 को उनका खाता शुरू करते हुए उससे 38,000 रुपये निकाल लिए। उनके बचत खाते का भी प्रयोग किया गया। बैंक अधिकारियों ने जानबूझकर केवाईसी के नियमों का उल्लंघन किया।
फिर 21 मई 2020 को उनके खाते से 498 रुपये दुर्घटना बीमा के काट लिए गए। जब उनके परिवार को इसकी जानकारी हुई तो वह हैरान रह गए। उसके बाद बैंक अधिकारियों द्वारा लगातार उसकी मां भागवती को डराया धमकाया गया। उनसे कहा गया कि अगर रुपया जमा नहीं किया तो उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवा दी जाएगी। उनकी जमीन नीलाम कर दी जाएगी।
परिवार को डराया-धमकाया गया
इससे डरकर उसकी मां ने 20 अक्तूबर 2023 को सोनपाल के खाते में 18,000 रुपये जमा कर दिए। उसके बाद बैंक अधिकारियों ने उनका खाता बंद कर दिया। उनके 17800 रुपये हड़प लिए। बाद में उसकी मां के साथ गालीगलौज की गई और उनकी पासबुक फाड़ दी गई।
इस संबंध में गुड्डू ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत की थी। उसके आधार पर पुलिस ने बैंक अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर विशाल प्रताप सिंह ने बताया कि इसमें प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। इसमें साक्ष्याें के आधार पर कार्रवाई होगी।
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