बदायूं में उधार के पैसे मांगने पर पीटा, आहत व्यापारी ने उठाया ये खौफनाक कदम
बदायूं के कादरचौक में एक व्यापारी ने पैसे मांगने पर मारपीट से आहत होकर आत्महत्या कर ली। प्रदीप नामक व्यापारी ने रामविलास को लकड़ी खरीदने के लिए 4.23 लाख रुपये दिए थे लेकिन रामविलास ने पैसे हड़प लिए और मांगने पर उसके साथ मारपीट की। अपमानित महसूस करते हुए प्रदीप ने फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

जागरण संवाददाता, बदायूं । कादरचौक इलाके में एक व्यक्ति ने ना सिर्फ व्यापारी के चार लाख रुपये हड़प लिए बल्कि रुपये मांगने पर उसके साथ मारपीट भी की। थप्पड़ से आहत व्यापारी ने अपने घर जाकर आढ़त में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली।
जब स्वजन को इसका पता चला, तो उन्होंने थाना पुलिस को सूचना दी, जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसके शव का पोस्टमार्टम करा दिया है।
कादरचौक कस्बा निवासी 35 वर्षीय प्रदीप उर्फ रिंकू पुत्र सुरेश चंद्र अपनी आढ़त पर गल्ला खरीदने और बेचने का काम करते थे। इसी से उनके परिवार का गुजारा चल रहा था। उनके स्वजन का कहना है कि कुछ माह पहले प्रदीप में नजदीकी गांव मौसमपुर निवासी रामविलास को लकड़ी खरीदने के लिए 4.23 लाख रुपये दिए थे और कहा था कि वह उन्हें लकड़ी खरीद कर दे दो। दरअसल आरोपित लकड़ी खरीदने-बेचने का काम करता था।
व्यापारी मांगने लगा पैसे
जब उसने काफी समय तक लकड़ी खरीदकर नहीं दी, तो व्यापारी ने अपने रुपये मांगना शुरू कर दिए और आरोपित ने टाल मटाेल करना शुरू कर दिया। थकहारकर व्यापारी मंगलवार शाम उसके घर मौसमपुर पहुंचा और आरोपित से अपने रुपये मांगे। बताया जा रहा है कि वहां रुपयों को लेकर दोनों लोगों में काफी नोंकझोंक हुई थी।
शोर शराबा सुनकर आरोपित के गांव के कई लोग आ गए थे। उसने सबके सामने ही व्यापारिक पर हमला कर दिया। गालीगलौज करते हुए उनको थप्पड़ मारना शुरू कर दिया। व्यापारी की अपने इलाके में काफी इज्जत थी। अधिकतर लोग उन्हें जानते थे। थप्पड़ मारने से उनके मन को काफी ठेस पहुंची। वह आहत मन से अपने घर तो लौट आए लेकिन रात में अपनी आढ़त में रस्सी का फंदा डालकर जान दे दी।
परिजनों ने की कार्रवाई की मांग
सुबह करीब पांच बजे स्वजन को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने थाना पुलिस को सूचना दी, जिस पर इंस्पेक्टर धनंजय सिंह पुलिस बल को लेकर मौके पर पहुंच गए। स्वजन ने आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा कर दिया।
पुलिस ने उन्हें समझाबुझाकर शांत कराया और कार्रवाई का आश्वासन दिया। बुधवार दोपहर उनके शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस ने भाई सुमित की तहरीर पर आरोपित रामविलास के खिलाफ रुपये हड़पने और आतमहत्या को उकसाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। आरोपित को हिरासत में ले लिया गया है।
भाई बोला- धन भी गया, मान सम्मान भी गया
व्यापारी प्रदीप के भाई सुमित का कहना है कि उनका परिवार लड़ाई झगड़े वाला नहीं है। उन्होंने वर्षों से अपनी इज्जत बनाई है और इसी इज्जत से ही लोग उनके पास आते हैं और गल्ला बेचते हैं व खरीदते हैं। उन्होंने कभी किसी से नोकझोक तक नहीं की लेकिन आरोपित रामविलास ने न सिर्फ उनकी धनराशि हजम कर ली बल्कि उनके मान सम्मान को भी ठेस पहुंचाई। इससे उनके भाई को काफी बुरा लगा। अगर उन्हें पता होता कि आरोपित बेईमानी करेगा तो वह किसी हालत में उसे रुपये नहीं देते।
व्यापारी के स्वजन का कहना है कि उन्होंने लकड़ी खरीदने के लिए रुपये दिए थे और वह अपने वही रुपये मांग रहे थे लेकिन आरोपित ने रुपये नहीं लौटाए। उनके साथ मारपीट और कर दी, जिससे उन्होंने आहत होकर जान दे दी। इसमें आरोपित के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। - डॉ. देवेंद्र कुमार, सीओ उझानी
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