Badaun News: तिहरे हत्याकांड के आरोपित को जेल में पीटा, हेड बार्डर निलंबित; तीन पर प्राथमिकी
बदायूं जेल में बंदी रविंद्र दीक्षित से मारपीट का मामला सामने आया है। पत्नी की शिकायत पर हेड वार्डर समेत दो सिपाहियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। रविंद्र दीक्षित तिहरे हत्याकांड के मामले में जेल में बंद है। आरोप है कि गिनती के दौरान कहासुनी के बाद हेड वार्डर और सिपाहियों ने रविंद्र के साथ मारपीट की। जेल प्रशासन ने हेड वार्डर को निलंबित कर दिया है।

जागरण संवाददाता, बदायूं। जिला कारागार में एक बंदी के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है। बंदी रविंद्र दीक्षित का आरोप है कि दो सिपाही उसे बैरक से बुलाकर लाए थे। बाद में हेड बार्डन ने उसके साथ मारपीट की। दोनों सिपाही भी इसमें शामिल थे। इसकी शिकायत पर जेल प्रशासन की ओर से हेड बार्डन को निलंबित कर दिया गया और उसे पीलीभीत जेल में अटैच कर दिया गया है।
तो वहीं जेलर ने दोनों सिपाहियों की रिपोर्ट बनाकर सेंट्रल जेल बरेली के अधीक्षक को भेज दी है। उनके आदेश पर विभागीय जांच भी शुरू हो गई है और इस संबंध में बंदी की पत्नी अर्चना दीक्षित की तहरीर पर थाना सिविल लाइंस में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
सिविल लाइंस थाने में हेड बार्डन समेत व दो सिपाहियों पर कराई प्राथमिकी
उसहैत थाना क्षेत्र के गांव सथरा निवासी रविंद्र दीक्षित वर्ष 2022 में सपा नेता, उनकी पत्नी और मां की हत्या के मामले में जेल में बंद है। दो नंवबर 2022 को उसहैत थाना पुलिस ने एक तिहरे हत्याकांड के मामले में रविंद्र दीक्षित और उसके बेटे सार्थक दीक्षित को जेल भेजा था। तब से वह जेल में बंद हैं और उनकी जमानत नहीं हुई।
बताया जा रहा है कि नौ जून 2025 को बंदी रविंद्र दीक्षित आकर लाइन में खड़ा हो गया था। वह दूसरे बंदियों से बातचीत कर रहा था। उस दौरान हेड बार्डन नवीन दीक्षित बंदियों की गिनती कर रहा था। इसी दौरान उनकी बातचीत की वजह से हेड बार्डन को गिनती करने में दिक्कत आ रही थी। इसी बात को लेकर दोनों में काफी नोकझोंक हो गई और उन्होंने एक-दूसरे से गालीगलौज कर दी।
बैरक से हटाए दोनों आरोपित सिपाही, विभागीय जांच शुरू
उस दौरान मामला किसी तरह सुलझा दिया गया। रविंद्र दीक्षित का आरोप है कि उसके अगले दिन वह अपनी बैरक में बैठा था। तभी जेल के सिपाही शिवम मिश्रा और जयचंद उसे बुलाने पहुंचे। उससे कहा कि जेलर साहब बुला रहे हैं। इससे वह उनके साथ चल पड़ा लेकिन वह सिपाही जेलर के पास नहीं ले गए। वह हेड बार्डन के पास ले गए। वहां उसके साथ मारपीट की गई। दोनों सिपाहियों ने भी हेड बार्डर का साथ दिया था।
लगाए थे ये आरोप
इधर बताया जा रहा है कि दूसरे सप्ताह में रविंद्र दीक्षित की पत्नी अर्चना दीक्षित उससे मिलने आई थी। तब उसने अपने साथ हुई मारपीट की जानकारी दी। उसके बाद अर्चना दीक्षित ने अपने वकील के माध्यम से हेड बार्डर और दोनों सिपाहियों के खिलाफ अधिकारियों से शिकायत की। इसकी जानकारी होते ही जेल प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से हेड बार्डर को निलंबित कर दिया और उसे पीलीभीत की जेल में अटैच कर दिया। इसके साथ ही जेल प्रशासन ने दोनों सिपाहियों की रिपोर्ट बनाकर सेंट्रल जेल बरेली के अधीक्षक को सौंप दी। उनके आदेश पर विभागीय जांच शुरू करा दी गई है।
बताया जा रहा है कि अर्चना दीक्षित ने जेल में अपने पति के साथ हुई मारपीट के मामले में न्यायालय में भी प्रार्थना पत्र लगाया था। इसमें कोर्ट के आदेश पर थाना सिविल लाइंस पुलिस ने हेड बार्डर नवीन दीक्षित, सिपाही शिवम मिश्रा और जयचंद के खिलााफ मारपीट व अभद्रता करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
सथरा गांव में पूर्व जिला पंचायत सदस्य, उनकी पत्नी और मां की कर दी गई थी हत्या
उसहैत थाना क्षेत्र के सथरा गांव में पूर्व जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता, उनकी पत्नी शारदा गुप्ता और मां शांति देवी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस दिन राकेश गुप्ता अपने गांव में गए हुए थे और अपने घर के अंदर बैठे हुए थे। तभी आधा दर्जन हमलावर उनके घर में घुस गए थे और उनके ऊपर ताबड़तोड़ गोलियों की बौछार कर दी थी। उनकी पत्नी रसोई घर में चाय बना रही थीं और उनकी मां चारपाई पर लेटी हुई थीं। वहीं उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमें मुख्य आरोपित रविंद्र दीक्षित और उसका बेटा सार्थक दीक्षित था। उनके अलावा कई और लोग भी पकड़े गए थे।
जेल में होकर भी खत्म नहीं हो रही दबंगई
हत्यारोपित बंदी रविंद्र दीक्षित आंवला सांसद का प्रतिनिधि रहा है। तिहरे हत्याकांड से पहले उसकी जमकर दबंगई चल रही थी। उसके नाम एक राइफल और रिवाल्वर का लाइसेंस था। उसने कुछ लड़कों को अपने साथ काले कपड़े पहनाकर ब्लैक कमांडो बना लिया था और उन्हें लाइसेंसी हथियार पकड़ा दिए गए थे। तिहरे हत्याकांड के बाद रविंद्र दीक्षित और उसके ब्लैक कमांडो के फोटो भी प्रसारित हुए थे। इसी तरह उसकी जेल में दबंगई चल रही है। जेल बार्डर ने गाली गलौज की तो उसने भी जेल बार्डर से गाली गलौज की।
जब यह मामला संज्ञान में आया था। तब प्राथमिक रूप से इसकी जांच कराई गई। उसमें पता चला कि पहले दिन दोनों लोगों ने एक-दूसरे के साथ गालीगलौज की थी। उस दिन मामला शांत करा दिया गया था। दूसरे दिन रविंद्र दीक्षित ने मारपीट करने का आरोप लगाया। इसकी शिकायत पर हेड बार्डर को निलंबित कर दिया गया और उसे पीलीभीत जेल में अटैच कर दिया गया। दोनों सिपाहियों के खिलाफ जांच चल रही है। इसमें बंदी की पत्नी ने प्राथमिकी भी दर्ज करा दी है। - कुंवर रणंजय सिंह, जेलर
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