Updated: Wed, 24 Sep 2025 09:45 PM (IST)
बदायूं के उघैती थाना क्षेत्र में एक किसान से उसके बेटे को पुलिस में नौकरी दिलाने के नाम पर 12 लाख रुपये की ठगी हुई। आरोपियों ने किसान को धमकी भी दी। आईजी के आदेश पर जांच के बाद पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया और उनकी तलाश शुरू कर दी है। किसान लगातार पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहा था।
जागरण संवाददाता, बदायूं। उघैती थाना क्षेत्र के किसान से उसके बेटे को पुलिस में नौकरी लगवाने के नाम पर 12 लाख रुपये की ठगी हो गई। आरोपित इतने शातिर हैं कि लगातार उसको धमकी भी दे रहे थे और उसका रुपया भी नहीं लौटा रहे थे। किसान लगातार थाना एसएसपी कार्यालय के चक्कर लगा रहा था। आईजी के आदेश पर मामले की जांच कराई गई, तो वह सही पाया गया। सीओ की जांच रिपोर्ट के बाद पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है और अब उनकी तलाश भी शुरू कर दी गई है।
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थाना क्षेत्र के गांव गोविंदपुर शिवनगर निवासी किसान सुरेश सिंह का कहना है कि उनकी दोस्ती सिद्धपुर कैथोली निवासी राम सिंह से है। वह अक्सर उनके घर पर आते जाते थे थे। पिछले साल 2024 में अचानक राम सिंह के समाधि की मां की तबीयत खराब हो गई थी। तो वह उन्हें देखने को राम सिंह के साथ कादरचौक थाना क्षेत्र के गांव सिसौरा गए थे।
वहां नजदीकी गांव कैथोला निवासी होराम कश्यप और तरंग सिंह कश्यप भी आए हुए थे। जब उनका आमना सामना हुआ तो जान पहचान हो गई। बाद से होराम उनसे बात करने लगा था। कुछ दिन बाद वह बातों में फंसाकर उनसे तीन लाख रुपये उधार ले गया था। बाद में उनके पास आया और बोला उसकी जान पहचान उच्च स्तर के लोगों से है। कई बड़े नेता उसे अच्छी जानते हैं। वह उनके बेटे गौरव को पुलिस में भर्ती करा देगा। अभी कुछ दिन बाद ही पुलिस की भर्ती है और उसी में इसका आवेदन करा दो।
इसके लिए केवल उन्हें 12 लाख रुपये खर्च करने होंगे। वह उसकी बातों में आ गए और उन्होंने अपना चार बीघा खेत बेंचकर सात लाख रुपया और दे दिया। यह रुपया उनके खाते में ट्रांसफर किया गया था। इसमें तीसरा आरोपित कन्नौज जिले का रहने वाला शरद सक्सेना भी इसमें शामिल था। बाद में पुलिस की भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया था, जिससे आरोपितों को बहाना मिल गया।
उन्होंने न तो उनका रुपया लौटाया और न ही बेटे को भर्ती कराया। रुपये मांगने पर वह लगातार धमकी भी दे रहे थे। पिछले छह माह से सुरेश कार्रवाई की मांग कर रहे थे लेकिन आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। तब उन्होंने आईजी कार्यालय बरेली जाकर इसकी शिकायत की। उनके आदेश पर एसएसपी बदायूं ने सीओ बिल्सी से जांच कराई और उनकी जांच में तीनों आरोपित दोषी पाए गए। उसके आधार पर थाना पुलिस ने तीन आरोपित होराम, तरंग और शरद सक्सेना के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली।
किसान से नौकरी लगवाने के नाम पर 12 लाख रुपये की ठगी हुई है। इसमें जांच रिपोर्ट आने के बाद प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। इसमें आरोपितों को तलाश कराया जा रहा है।- अवधेश कुमार, इंस्पेक्टर उघैती
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